ठाणे [ इमरान खान ] मनपा विद्यालय शुरू होने से पूर्व 15 जून तक विद्यार्थियों को पाठ्य पुस्तकें मिल जानी चाहिए। इस आशय का निर्देश मनपा आयुक्त अभिजीत बांगर ने संबंधित अधिकारीयों को दिया है। उन्होंने मनपा विद्यालयों की गुणवत्ता में वृद्धि , तकनीकी का उपयोग , गणवेश का नया रंग , उसकी उपलब्धता , पुस्तकों की उपलब्धता आदि की समीक्षा किया है।
स्थानीय निकाय विद्यालयों एवं सहायता प्राप्त विद्यालयों में कक्षा एक से आठ तक के विद्यार्थियों को राज्य सरकार द्वारा पाठ्य पुस्तकें नि:शुल्क प्रदान की जाती हैं। इसलिए मनपा कक्षा नौवीं व दसवीं के छात्रों को मुफ्त में किताबें प्रदान करती है। इस संबंध में बलभारती से पुस्तकों की उपलब्धता एवं क्रय दोनों कार्य 5 जून तक पूर्ण कर लिये जायें। स्कूल शुरू होने के बाद किताबें मुहैया कराने में मनपा की नाकामी का सीधा असर छात्रों पर पड़ता है। आयुक्त बांगर ने कहा कि इसे ध्यान में रखते हुए शिक्षा विभाग को त्वरित कदम उठाने चाहिए। साथ ही 20 मई तक स्टेशनरी क्रय की दरें निर्धारित कर अभिभावकों को विद्यालयों के माध्यम से अवगत करायें। इसका मतलब है कि माता-पिता 15 जून से पहले इन्हें खरीद सकेंगे। साथ ही उनके बिल भी स्कूल शुरू होने के तुरंत बाद स्कूलों में जमा करा दिए जाएंगे। आयुक्त ने यह भी निर्देश दिया कि विभाग को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि छात्रों से बिल मिलते ही उनके खातों में पैसा जमा करा दिया जाए।
आयुक्त बांगर ने मनपा के विद्यालयों में यूनिफार्म का रंग बदलने के निर्देश पहले ही दे दिए हैं। इसके अनुसार अभी यूनिफार्म के चयन का काम चल रहा है यह प्रक्रिया शीघ्र पूरी की जाए। साथ ही यूनिफार्म और छात्र के आत्मविश्वास के बीच तालमेल और स्थायित्व के साथ-साथ इसका रंग आकर्षक एवं निजी विद्यालयों की गणवेश की तरह विशिष्ट होना चाहिए। आयुक्त बांगर ने समझाया।जैसा कि मनपा के बजट में घोषणा की गई है, सीबीएसई स्कूलों की योजना बनाई जा रही है और पहले चरण में दो स्कूल शुरू किए जाएंगे। एक स्कूल स्वैच्छिक संस्था के माध्यम से और दूसरा मनपा के माध्यम से शुरू किया जाएगा। इन स्कूलों के लिए शर्तें पूरी की जा रही हैं और आयुक्त बांगर ने इसकी समीक्षा की है।साथ ही पहले चरण में कम से कम 10 और अंग्रेजी माध्यम के स्कूल खोलने का लक्ष्य रखा गया है। बैठक में उसके लिए शिक्षक उपलब्ध कराने को लेकर चर्चा हुई है।
इन दोनों प्रकार के स्कूलों के लिए इस वर्ष तैयारी पूरी कर अगले शैक्षणिक वर्ष (2024-2025) के लिए प्रवेश प्रक्रिया शुरू करने का लक्ष्य है। आयुक्त ने इसका समयबद्ध कार्यक्रम तैयार करने के निर्देश दिए हैं। छठी से दसवीं कक्षा के विद्यार्थियों की क्षमता में वृद्धि कर उन्हें प्रतिस्पर्धात्मक माहौल प्रदान करने के लिए मनपा प्रयासरत है। इसके तहत बैठक में तकनीक के प्रभावी उपयोग पर प्रस्तुति दी गई। केन्द्रीय विद्यालय, एकलव्य विद्यालयों में शुरू की गई व्यवस्था की जानकारी दी गई। प्रस्तुति शिक्षण और मूल्यांकन विधियों पर चर्चा करती है जो छात्रों को स्कूलों में उपलब्ध कंप्यूटर लैब का उपयोग करके अधिक सक्षम शिक्षार्थी बनने के लिए प्रेरित करती हैं। बैठक में अतिरिक्त आयुक्त (2) संजय हेरवाड़े, उपायुक्त अनघा कदम, मुख्य लेखा एवं वित्त अधिकारी दिलीप सूर्यवंशी उपस्थित थे।