ठाणे [ अमन न्यूज नेटवर्क ] हज पर जाने वाले हज यात्रियों की चिकित्सा जांच एवं स्वास्थ्य प्रमाण पत्र उनके विभाग के अंतर्गत आनेवाले दवाखानों से कराने के विषय में विधायक रईस शेख ने शासन प्रशासन से मांग की है। सरकार के नए नियम से मुंबई शहर , उपनगर ठाणे , भिवंडी , कल्याण , नवी मुंबई , मीरा भाईंदर ,उल्हास नगर समेत सभी क्षेत्रों के हज यात्रियों खासकर महिलाओं की परेशानी से केन्द्रीय अल्पसंख्यक मंत्री का ध्यान आकर्षित कराने का प्रयास किया है।
उन्होंने कहा है कि हर साल भारत से लाखों लोग पवित्र हज यात्रा के लिए सऊदी अरब जाते हैं। इस बार मुंबई और औरंगाबाद के हवाई किराए में 13 हजार रुपये का अंतर पाया गया है। इस साल गोएयर कंपनी को टेंडर प्रक्रिया में चुना गया है लेकिन गोएयर कंपनी इस समय बंद हो गई है। इसलिए सभी लोग सोच रहे हैं कि हज के लिए यात्रा कैसे करेंगे। जिसकी वजह से हज यात्रियों के बीच असमंजस की स्थिति बन गयी है। इसके लिए केंद्रीय अल्पसंख्यक विभाग मंत्री से एक जनप्रतिनिधि के रूप में बयान के माध्यम से अनुरोध किया गया है कि इस मुद्दे का समाधान जल्द से जल्द निकाला जाए और हज यात्रियों को राहत प्रदान की जाए। हज यात्रा में भारी भीड़ होती है, इसलिए यात्रियों की चिकित्सा जांच, टीकाकरण और स्वास्थ्य प्रमाण पत्र की आवश्यकता होती है। मुंबई व आस पास के शहर से बड़ी संख्या में नागरिक हज के लिए निकलते हैं। इससे पहले एमबीबीएस डॉक्टर हाजियों को मेडिकल सर्टिफिकेट दे सकता था। जिन्हें सरकार ने मेडिकल जांच व फिटनेस प्रमाण पत्र देने के लिए पंजीकृत किया था।