




गौरतलब है कि शफ़क़त खान इससे पहले समाजवादी पार्टी के मुलायम सिंह युथ ब्रिगेड के महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष थे। उन्होंने समाजवादी पार्टी की सदस्यता छोड़कर राकांपा का दमन थाम लिया है। उन्होंने कहा कि डा अव्हाड के कामों से प्रभावित होकर कर राकांपा में प्रवेश किया है। डा आव्हाड अल्पसंख्यकों के लिए लड़ते और उनके लिए आवाज उठाते हैं, उनके लिए काम करते देखा है। इस समय महाराष्ट्र में मुझे लगता है कि वही अल्पसंख्यकों के लिए आवाज उठाने और काम करने वाले नेता हैं। खासतौर पर मुसलमानों के लिए वह बड़ी ही बे बाकी से आवाज़ उठाते है इसलिए बहुत विचार-विमर्श के बाद मैंने मुस्लिम समस्याओं के समाधान और विशेषकर अल्पसंख्यक क्षेत्र की शिक्षा, विकास और कल्याण के लिए इस पार्टी में शामिल हुआ हूं।
शफ़ाक़त खान ने पार्टी में शामिल होते ही धर्मगुरु मौलाना सैयद मोइनुद्दीन अशरफ (मोइन मियां) अध्यक्ष ऑल इण्डिया सुन्नी जामियातुल उलेमा से मुंबई स्थित उनके कार्यालय में मुलाकात की और उनसे आशीर्वाद लिया। इस अवसर पर आमदार डा जितेन्द्र आव्हाड भी मौजूद थे।