ठाणे [ युनिस खान ] प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जैसे दूरदर्शी एवं जनकल्याणकारी सोच वाले राजनीतिक व्यक्तित्व का निर्माण शिक्षकों ने किया है। राज्य के सार्वजनिक निर्माण मंत्री रवींद्र चव्हाण ने शिक्षकों से भविष्य में छात्रों के बीच जाति को छोड़कर राष्ट्रवाद के बीज बोने की अपील की है।
विधान परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष स्वर्गीय वसंतराव डावखरे की स्मृति में भाजपा शिक्षा अघाड़ी की ओर से आज कोंकण के 165 आदर्श शिक्षकों और 11 संस्था निदेशकों को वसंत स्मृति आदर्श शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया गया। ठाणे के एच एम स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में राज्य के सार्वजनिक निर्माण मंत्री रवींद्र चव्हाण मुख्य अतिथि के रूप उपस्थित थे। विधायक निरंजन डावखरे ने अतिथितियों का स्वागत किया। कार्यक्रम में भाजपा विधायक संजय केलकर, विधायक ज्ञानेश्वर म्हात्रे, भाजपा के ठाणे शहर अध्यक्ष संजय वाघुले, पूर्व विधायक अजीत गोगटे, जनरल एजुकेशन सोसायटी के अध्यक्ष उल्हास कोल्हटकर, पूर्व नगर सेवक नारायण पवार, संदीप लेले, भरत चव्हाण, भाजपा शिक्षक आघाडी के क्षेत्रीय समन्वयक डा प्रशम कोल्हे, राजेश माधवी, समीरा भारती आदि उपस्थित थे। इस अवसर पर छह स्वर्ण और एक कांस्य सहित सात पदक जीतने वाले तैराक मयंक वैभव चाफेकर को भी सम्मानित किया गया।
सार्वजनिक निर्माण मंत्री रवींद्र चव्हाण ने अपन विचार व्यक्त करते हुए कहा कि वसंतराव डावखरे मेमोरियल आदर्श शिक्षक पुरस्कार कोंकण में शिक्षा क्षेत्र में एक मानक बन गया है। शिक्षकों के सम्मान में दिया जाने वाला पुरस्कार शिक्षकों की बहुमुखी प्रतिभा को उजागर करना है। शिक्षकों पर विद्यार्थियों को देश का भविष्य बनाने की जिम्मेदारी है। शिक्षकों को विद्यार्थियों के जीवन में आने वाली कठिनाइयों, बदलती सामाजिक परिस्थितियों का विद्यार्थियों पर पड़ने वाले प्रभाव को ध्यान में रखकर उनका मार्गदर्शन करना चाहिए।
एड निरंजन डावखरे ने कहा कि आदर्श शिक्षकों और प्रशासकों को सम्मानित करने के लिए वसंत स्मृति शिक्षक पुरस्कार समारोह 2018 से शुरू किया गया है। यह देखकर खुशी हुई कि विभिन्न गतिविधियों को क्रियान्वित करने वाले शिक्षकों को इस पुरस्कार के माध्यम से सम्मानित किया गया है। शिक्षकों के अलावा गैर शिक्षक कर्मचारियों को भी पुरस्कार देने को कहा जा रहा है। उन्होंने घोषणा की कि अगले वर्ष से गैर-शिक्षण कर्मचारियों को भी पुरस्कार दिए जाएंगे।