ठाणे [ युनिस खान ] ठाणे के मूल आदिवासी किसानों की कृषि भूमि के बारे में जिलाधिकारी की ओर से कोई कार्रवाई नहीं होने पर आज आदिवासी समाज के पीड़ितों ने जिलाधिकारी कार्यालय के समक्ष भूखहड़ताल किया। जिजाऊ संगठन के निलेश सांबरे ने अपना समर्थन दिया है। उनका कहना है कि राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग ने कलेक्टर को आदेश दिया है कि पर एक रिपोर्ट 15 दिन के अंदर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है।
शासकीय रेस्ट हाउस के समक्ष जोरदार प्रदर्शन करते हुए भूखहड़ताल शुरु कर दिया। जिजाऊ संगठन के अध्यक्ष नीलेश सांबरे ने इस आंदोलन का समर्थन किया है और सांबरे ने कहा है कि न्याय मिलने तक वह पीड़ित आदिवासियों के साथ खड़े रहेंगे। उनका कहना है कि ठाणे के पांचपखाडी के सर्वे नंबर 127 , 128 अ , ब , 129 / 1 मूल आदिवासी लोगों की जमीन है। उक्त जमीन को लेकर रेमंड कंपनी के विरोध कई बार आन्दोलन किया है। जिलाधिकारी से न्याय मांगने के बावजूद कोई कार्यवाही नहीं की गयी। जिसे लेकर राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग ने 15 दिन के भीतर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है।