ठाणे [ युनिस खान ] वरिष्ठ अधिकारियों , कनिष्ठ अधिकारियों , सभी सहकारी पुलिस कर्मियों एवं जनता के सहयोग से मुझे पुलिस सेवा में कुछ अच्छा कार्य करने में मदद मिली है। सेवा के दौरान कुछ गलतियां भी हुई जिन्हें सुधार कर लोगों को न्याय देने का कार्य किया। मेरा प्रयास रहा कि किसी के साथ अन्याय न हो इसमें वरिष्ठ अधिकारियों का सहयोग मिला। इस आशय का उदगार ठाणे ग्रामीण के पुलिस उपाधीक्षक संजय धुमाल ने अपने सेवापूर्ती सम्मान समारोह में व्यक्त किया।
जय परशुराम सेना फाउंडेशन की ओर से आयोजित समारोह में उन्होंने कहा कि आज मैंने पैसा भले ही नही कमाया हो लेकिन प्रतिष्ठा कमाया है जिसके चलते आज मेरा सम्मान किया जा रहा है। संस्था के अध्यक्ष ओमप्रकाश शर्मा ने वाडा में मुंबई आतंकी हमले के शहीद पुलिस व सेना के जवानों की शहादत के बाद पहला शहीद स्मारक बनाया। जिसका अनावरण मुंबई के ताज होटल में अपनी बहादुरी दिखाने वाले आईपीएस अधिकारी और तत्कालीन पुलिस अधीक्षक विश्वास नागरे पाटील के हाथो किया गया। नागरे पाटील ने स्मारक की चर्चा राज्य के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के समक्ष किया। धुमाल ने शर्मा की समाज सेवा और पुलिस को हमेशा सहयोग करने के लिए किए कार्यों की सराहना की।
समारोह में उपस्थित पुलिस अधिकारियों व सहकर्मचारियों ने धूमाल के सहयोग और उनके कार्यों उल्लेख करते हुए अपने अनुभव साझा किए। इस दौरान अनेक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी उपस्थित थे। पुलिस अधिकारी धुमाल ने नौपाड़ा की गिरिराज हाइट इमारत में लगी आग की घटना के समय सबसे पहले पहुंचकर दर्जनों लोगों की जान बचाने का कार्य किया। उनकी सेवाओं के लिए राष्ट्रपति पुलिस पुरस्कार , जीवन गौरव पुरस्कार समेत करीब पांच सौ पुरस्कार मिले हैं। इतने पुरस्कार शायद ही किसी अधिकारी को मिले हों। फाउंडेशन के अध्यक्ष शर्मा ने कहा कि गंभीर परिस्थितियों में भी पुलिस अपनी सेवा में तत्पर रहती हैं जिसके कारण हम सब सुरक्षित रहते है। हमारी संस्था ने हमेशा निःस्वार्थभाव से अच्छे पुलिस अधिकारियों को सम्मानित करने का कार्य किया है। आज हम पुलिस उपाधीक्षक धुमाल का सम्मान कर रहे हैं उनके अनुभव का निश्चित रूप से समाज को लाभ मिलेगा।
कार्यक्रम में समाजसेवी डा सुशील इंदौरिया ने कहा कि लोगों की जान माल की सुरक्षा और कानून व सुव्यवस्था बनाए रखने का कार्य पुलिस बखूबी निभाती है। पुलिस के प्रति मुझे पहले से ही सम्मान है। कार्यक्रम का संचालन शरद पुरोहित ने किया। आयोजन को सफल बनाने के लिए आचार्य अवनीश पांडेय, सेजल कदम, लक्ष्मीकांत मूंदड़ा , पंकज जैन , शैलेश शर्मा , मनोज जैन , मनोज शर्मा आदि ने सहयोग किया। कार्यक्रम में महावीर पैन्यूली , जनार्दन शर्मा ,राजेंद्र शर्मा , आशीष शुक्ला , उद्योगपति सचिन चौधरी आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे।