मुंबई [ अमन न्यूज नेटवर्क ] मिशलिन, टायर टेक्नोलॉजी में दुनिया की दिग्गज कंपनी, ने आज भारतीय बाजार के लिए अपने सबसे फ्युल एफिशिएंट ट्रक और बस टायर, मिशलिन X मल्टी एनर्जी Z+ को लॉन्च किया है। इन ‘मेड इन इंडिया’ टायरों को भारतीय सड़कों और भार की अलग-अलग स्थितियों को ध्यान में रखकर विशेष रूप से डिजाइन किया गया है। इन टायरों के निर्माण में भारतीय वाहनों के मालिकों की फ्युल बचाने वाले टायरों की बढ़ती मांग का भी खास ख्याल रखा गया है।
मिशलिन X मल्टी एनर्जी Z+ टायर टेक्नोलॉजी में महत्वपूर्ण प्रगति का प्रतिनिधित्व करता है। इनमें इंडस्ट्री में सबसे कम रोलिंग रेजिस्टेंस दिया गया है जोकि फ्युल में 15 फीसदी* तक की बचत प्रदान करता है। इस ट्यूबलेस ट्रक टायर का आकार 295/80आर22.5 है और यह बेहद प्रशंसित मिशलिन X मल्टी एनर्जी Z का अपग्रेडेड वर्जन है। इन्हें CO2 उत्सर्जन को 8 टन** तक कम करने में मदद के लिए डिजाइन किया गया है।
मिशलिन इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर श्री शांतनु देशपांडे ने कहा, “2020 में मिशलिन X मल्टी एनर्जी Z रेंज के सफल लॉन्च के बाद, हम अपने भारतीय उपभोक्ताओं के लिए अगली पीढ़ी के मिशलिन X मल्टी एनर्जी Z+ की नई रेंज लॉन्च कर काफी उत्साहित हैं। मिशलिन X मल्टी एनर्जी Z+ टायर लॉजिस्टिक्स में आने वाली ईंधन की ऊंची कीमतों की मुख्य समस्या को दूर करते हैं। ईंधन की कीमतें वाहनों के मालिकों के ट्रकों के संचालन पर आने वाले खर्च में 60 फीसदी का योगदान देती हैं। यह टायर ईंधन की बचत करते हैं और गाडि़यों के मालिकों की कुल लागत में कटौती करते हैं।’’
मिशलिन के लिए, पर्यावरण के अनुकूल भविष्य और टेक्नोलॉजी में प्रगति साथ-साथ चलते हैं। पर्यावरण का सम्मान करना हमारी दीर्घकालिक प्रतिबद्धता है और यह मिशलिन के पांच प्रमुख मूल्यों में से एक है। 30 से भी ज्यादा सालों से, ग्रुप ने अपनी पर्यावरणीय उपस्थिति को कम करने और कम से कम प्रभाव के साथ लगातार नए-नए उत्पाद, सेवाएं और समाधान डिजाइन करने की अपनी क्षमता में अपनी इच्छा दिखाई है। टायरों में, मिशलिन ने 1992 से ‘ग्रीन’ टायरों के लॉन्च के साथ एक नई राह दिखाई है। मिशलिन X मल्टी एनर्जी Z+ CO2 उत्सर्जन में 8 टन** तक की कटौती करने में मदद करेंगे और ये मिशलिन ग्रुप के CO2 उत्सर्जन कम करने की प्रतिबद्धता में अपना योगदान देंगे।