ठाणे [ युनिस खान ] मालवन राजकोट किले के छत्रपति शिवाजी महाराज का पुतला गिरने की दुर्घटना चौंकाने वाली और दिल दहला देने वाली है। इस घटना से महाराष्ट्र के लोगों में आक्रोश की लहर फैल गई है। राकांपा अजीत पवार गुट के प्रदेश प्रवक्ता आनंद परांजपे ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री एवं गृह राज्य मंत्री देवेन्द्र फडनवीस इस दुर्घटना के लिए जिम्मेदार आर्किटेक्ट, सलाहकार, ठेकेदार, सरकारी पीडब्ल्यूडी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। साथ ही छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा जल्द से जल्द लगाई जाए।
प्रवक्ता, ठाणे एवं पालघर समन्वयक, ठाणे जिला अध्यक्ष आनंद परांजपे ने कहा है कि हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष और महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजितदादा पवार ने सार्वजनिक रूप से इस घटना के लिए महाराष्ट्र की 13 करोड़ जनता से माफी मांगी है। भले ही हम सत्ता में हों, दुर्भाग्यपूर्ण घटना अपमानजनक है। इसके चलते ठाणे में राकांपा कार्यकर्ताओं ने इस घटना के विरोध में सार्वजनिक मौन विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि युगपुरुष छत्रपति शिवाजी महाराज का विषय राजनीति नहीं हो सकता। छत्रपति शिवाजी महाराज महाराष्ट्र के गौरव हैं। शिव प्रेमी, महाराष्ट्र की जनता छत्रपति शिवाजी महाराज को आदर्श मानती है। इसलिए किसी को भी ऐसा कोई बयान नहीं देना चाहिए जिससे उनकी भावनाएं आहत हों और इस मामले का राजनीतिकरण न करें। लोगों की इच्छा है कि राजनीति करने के बजाय दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए और एक बार फिर उसी स्थान पर छत्रपति शिवाजी महाराज का भव्य पुतला स्थापित की जाए।
राकांपा ठाणे शहर (जिला) की ओर से आज सुबह 11 बजे से दोपहर 12 बजे तक छत्रपति शिवाजी महाराज के तलावपाली, ठाणे पर मौन विरोध प्रदर्शन किया गया, इस अवसर पर प्रदेश उपाध्यक्ष दत्ता चव्हाण , जिला महासचिव प्रभाकर सावंत, रवीन्द्र पालव, महिला अध्यक्ष वनिता गोतपगार, महिला कार्यकारी अध्यक्ष मनीषा भगत, पूर्व नगर सेविका वाहिदा खान, अंकिता शिंदे, रूपाली गोटे, परिवहन समिति सदस्य नितिन पाटिल समेत बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता उपस्थित थे।