ठाणे [ युनिस खान ] स्वच्छ भारत अभियान के तहत विज्ञापन फलक के बदले शौंचालय निर्माण की योअजना को दो वर्ष पहले मनपा ने मंजूरी देते हुए कार्यादेश दिया था। विज्ञापन फलक लगाने के बावजूद शौंचालय शुरू नहीं होने का आरोप लगाते हुए मनसे जनहित व विधि विभाग के ठाणे शहर अध्यक्ष स्वप्निल महिन्द्रकर ने जांच की मांग किया है।
मनसे जनहित व विधि विभाग के शहर अध्यक्ष महिन्द्रकर ने मनपा आयुक्त से जाँच की मांग करते हुए है कि शहर के 30 स्थानों में 15 वर्ष की अवधि के लिए वातानुकूलित शौंचालय का निर्माण कराया जाना था। जिसमें बालकुम ,वसंत विहार ,मानपाडा ,सिनेवंडर , कोपरी ,तीनहाथ नाका , वर्तक नगर ,शिवाई नगर , गाँधी नगर ,वागले इस्टेट , घोडबंदर आदि इलाके में शौंचालय का निर्माण कराने का प्रस्ताव था । महिन्द्रकर ने कहा है कि कुछ शौंचालयों का स्थान बदल दिया गया। अनेक शौंचालय का फुटपाथ पर निर्माण कार्य शुरू किया गया है। कई स्थानों में विज्ञापन फलक व शौंचालय अलग हैं। शौंचालय के निर्माण कार्य पूरा नहीं हुआ विज्ञापन का काम शुरू हो गया। स्थानीय प्रभाग समिति के अधिकारीयों को निर्माण कार्य की जानकारी है। ठेकेदार कंपनी ने अपनी सुविधा के अनुसार काम किया है नागरिकों की सुविधा व मनपा के नियमों का ध्यान नहीं रखा गया है। ठेकेदार ने अपने लाभ के मनपा के नियमों को ताख पर रखकर काम किया है। महिन्द्रकर ने मनपा आयुक्त से उक्त प्रकरण की जाँच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग किया है।