ठाणे [ युनिस खान ] मनपा कर्मचारियों को धमकाने वाले स्थाई मालमत्ता विभाग के अधीक्षक व दिवा प्रभाग समिति के सहायक आयुक्त महेश आहेर की मुश्किलें बढ़ने लगी हैं। राकांपा शहर जिला अध्यक्ष व पूर्व सांसद आनंद परांजपे ने मनपा आयुक्त , गृहमंत्री व पुलिस आयुक्त को निवेदन देकर आहेर की जांच कर अपराध दर्ज कराने की मांग किया है। पूर्व सांसद परांजपे ने अपने निवेदन में सहायक आयुक्त आहेर की शैक्षणिक योग्यता , बीएसयूपी के घरों में भ्रष्टाचार , अनधिकृत निर्माण , उनकी संपत्ति , अतिरिक्त पुलिस सुरक्षा आदि की जांच कराके कारवाई करने की मांग किया है।
उन्होंने अपने निवेदन में कहा है कि आहेर दसवीं उत्तीर्ण व ग्यारहवीं अनूत्तीर्ण हैं। वे निनायका मिशन सिक्किम से फर्जी पदवी लिया है जिससे उनकी नियुक्ति गैर कानूनी है। ऐसा उल्लेख करते हुए आहेर को पदमुक्त करने की मांग परांजपे ने किया है। इसके आलावा दिवा प्रभाग समिति क्षेत्र में बड़े स्तर पर अनधिकृत निर्माण शुरू होने के पीछे उनकी मिलीभगत है। इसी तरह बीएसयूपी के घरों में भ्रष्टाचार , एमएमआरडीए के अनेक घरों व गालों को अनधिकृत तरीके से किराए पर दिए जाने का मुद्दा उठाया गया है। परांजपे ने कहा है कि मनपा के स्थाई मालमत्ता विभाग के एक लिपिक को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के अधिकारीयों ने गिरफ्तार किया था जिसमें अधीक्षक के मर्जी के बगैर कृत्त करना संभव नहीं था। परांजपे ने कहा है कि बीएसयूपी के घरों को अनधिकृत तरीके से किराए पर दिए जाने आहेर की मिलीभगत हो सकती है। मौजूदा समय में दिवा प्रभाग समिति के सहायक आयुक्त व स्थाई मालमत्ता विभाग के अधीक्षक के रूप आहेर कार्यरत है। जिनकी शैक्षणिक योग्यता व सेवा काल को देखते हुए अधिक से अधिक अ वर्ग लिपिक हो सकते हैं। ऐसी स्थिति में पुलिस सुरक्षा संदेहास्पद है। उन्होंने पुलिस और निजी बाउंसर की सुरक्षा मिली हुई है। उन्होंने सवाल उठाया है कि इतनी सुरक्षा देने का कारन क्या है। पहले विदेश से धमकी के फोन आने की बात कही गयी थी वह फोन किसने और कहाँ से किया इसकी जाँच की जानी चाहिए। परांजपे ने कहा है कि आहेर ने ठाणे व शील फाटा की दोस्ती रेंटल में घर व गालों के वितरण में मनमानी किया है। उक्त सभी मुद्दों की भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो से जांच कराने व धोखाधडी का मामला दर्ज कराने की मांग पूर्व सांसद परांजपे ने किया है।