ठाणे [ युनिस खान ] ठाणे के पूर्व महापौर व शिवसेना उपनेता अनंत तरे का आज दो माह से अधिक बीमारी के बाद आज शाम 5 बजे 66 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। वे विधान परिषद् के सदस्य रहे और रायगढ़ जिले की कोलाबा संसदीय सीट से शिवसेना टिकट पर चुनाव लड़े जिन्हें कांग्रेस के अब्दुर रहमान अंतुले से बहुत कम मतों से पराजय मिली थी।
राबोडी कोलीवाडा से नगर सेवक चुनकर आने पर तीन बार तरे ठाणे के महापौर रहे। उन्हें कोरोना संक्रमित होने के बाद ज्यूपिटर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। कोरोना को मात देने के बाद उन्हें ब्रेन हैमरेज की समस्या से जूझ रहे थे करीब ढाई माह के बाद आज शाम उन्होंने आखिरी सांस ली है। वे एकविरा देवी देवस्थान ट्रस्ट कार्ला व महाराष्ट्र कोली समाज संघ के अध्यक्ष थे। उन्होंने अपने पीछे पत्नी , एक लड़का , दो पोते , भाई आदि छोड़ गए। तरे विधानसभा चुनाव लड़कर विधान सभा में जाना चाहते थे उनकी यह इच्छा पूरी होने से रह गयी। उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए नगर विकास मंत्री पालकमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा है कि कोली समाज को न्याय दिलाने के लिए तरे ने काफी संघर्ष किया। ठाणे के नागरिकों की समस्या सुलझाने में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा है। भाजपा शहर अध्यक्ष व एमएलसी एड निरंजन डावखरे ने तरे के निधन पर शोक जताते हुए दुख की घड़ी में परिजनों को दुःख से उबरने की शक्ति देने की इश्वर से प्रार्थना किया है। तरे के निधन पर शोक प्रकट करते हुए गंगा सागरपुत्र असोसिएशन के राममहेश निषाद , रामप्रकाश निषाद , ओमप्रकाश निषाद आदि ने समाज की ओर श्रधांजलि दी है।