ठाणे [ युनिस खान ] मनपा परिवहन सेवा के 100 बस चालकों को संपत्ति कर वसूली की ड्यूटी में लगाया गया है। ठाणे मनपा परिवहन सेवा की बसें मरम्मत के आभाव में खडी धुल चाट रही हैं वहीँ बेस्ट की 197 बसें ठाणे में अपनी सेवा के सहारे कमाई कर रही हैं। मनपा परिवहन सेवा के भविष्य को लेकर नागरिकों में चिंता बढ़ने लगी है। बस चालक संपत्ति कर वसूलने का काम करेंगे तो परिवहन सेवा को सक्षम बनाने का सपना कैसे पूरा हो सकेगा। उपनगरीय ट्रेनों में आम यात्री को यात्रा की सुविधा नहीं होने का लाभ परिवहन सेवाओं को मिला है जिसका लाभ उठाने में टीएमटी पीछे रह गयी।
परिवहन समिति के गठन के बाद सभापति विलास जोशी और सदस्यों ने परिवहन सेवा को सक्षम बनाकर अधिक से अधिक बसें सडकों पर उतारने का प्रयास शुरू किया। समिति का प्रयास था कि नागरिकों को आवश्यकता के अनुसार बस सेवा उपलब्ध कराया जा सके। परिवहन प्रशासन की उदासीन रवैये से उन्हें भी निराश होना पड़ रहा है। सभापति जोशी ने बताया कि ठाणे मनपा परिवहन सेवा की 220 बसें सडकों पर उतर कर सेवा दे रही हैं। इसमें मात्र 51 बसें परिवहन सेवा की है जबकि 159 बसें ठेके की हैं। जिससे मनपा परिवहन सेवा नाम की परिवहन सेवा बन कर रह गयी है। बसों के आभाव के चलते 100 बस चालकों को मनपा ने संपत्ति कर वसूली की ड्यूटी में लगाया है। मनपा परिवहन सेवा की दयनीय हालात के चलते ठाणे में बेस्ट की 197 बसें 17 मार्गों पर सेवा रही है। इसके साथ ही नवी मुंबई , मीरा भाईंदर ,वसई विरार मनपा परिवहन सेवा की बसें ठाणे में यात्री सेवा दे रही है। कोरोना संक्रमण के चलते उपनगरीय ट्रेनों में आम नागरिकों को यात्रा की सुविधा न होने के चलते बड़ी संख्या में कामगार व नौकरी पेशा वर्ग बसों से यात्रा कर रहा है। इस अवसर का बेस्ट समेत अन्य प्राधिकरण यात्री सेवा देकर अपनी कमाई कर रहे हैं। लोग सवाल कर रहे हैं कि ठाणे में दुसरे प्राधिकरण अपनी स सेवा के सहारे व्यवसाय कर रहे है। जबकि मनपा परिवहन सेवा का घाटा बढ़ता ही जा रहा है। सभापति जोशी ने बताया कि बेस्ट के अपेशा टीएमटी बस का किराया अधिक है। जिससे यात्रियों की पहली पसंद बेस्ट बसें हैं। सरकारी योजना के तहत 200 इलेक्ट्रिक बस की मांग की है। परिवहन सेवा के बेड़े में बसों की संख्या बढाने का प्रयास किया जा रहा है। एमएमआर क्षेत्र में सभी प्राधिकरणों का किराया सामान होन चाहिए। परिवहन सेवा को सक्षम बनाने के लिए समिति के सदस्यों की बैठक लेकर कार्ययोजना बनाने की तैयारी है।