ठाणे [ युनिस खान ] ठाणे शहर की बढ़ती जनसँख्या व ठाणे रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की भीड़ को देखते प्रादेशिक मनोचिकित्सालय की जमीन पर विस्तारित ठाणे रेलवे स्टेशन समय की मांग है। इस योजना को मूर्त रूप देने के लिए उच्च न्यायालय में सहमति करार दाखिल करने का मुख्य सचिव को नगर विकास मंत्री व ठाणे जिले के पालकमंत्री एकनाथ शिंदे ने निर्देश दिया है।
विस्तारित ठाणे रेलवे स्टेशन के बारे में सह्याद्री अतिथिगृह में आयोजित बैठक में बोलते हुए नगर विकास मंत्री शिंदे ने योजना पर जोर दिया। बैठक में मुख्य सचिव सीताराम कुंटे आन लाईन माध्यम से सहभागी हुए। नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव भूषण गगरानी , महेश पाठक , ठाणे मनपा आयुक्त डा विपिन शर्मा , आरोग्य संचालक डा साधना तायडे ,ठाणे जिला शल्य चिकित्सक डा कैलाश पवार आदि उपस्थित थे। नगर विकास मंत्री शिंदे ने कहा कि ठाणे रेलवे स्टेशन 150 वर्ष से अधिक पुराना है। इस स्टेशन से करीब 12 लाख यात्री आवागमन करते हैं। पीक आवर में यात्रियों की भीड़ से छुटकारा दिलाने के लिए ठाणे मनपा के माध्यम से प्रादेशिक मनोचिकित्सालय की अतिक्रमित जमीन पर विस्तारित रेलवे स्टेशन बनाने का प्रस्ताव दिया जो पांच छः वर्षों से प्रलान्वित है। नगर विकास मंत्री शिंदे ने कहा कि सांसद राजन विचारे योजना के लिए केंद्र सरकार से प्रयास कर रहे हैं। ठाणे – मुलुंड के मध्य नए रेलवे स्टेशन को रेल मंत्रालय ने मंजूर किया है। उसे स्मार्ट सिटी योजना में शामिल किया गया है। शिंदे ने कहा कि यह योजना व्यासायिक उपयोग के लिए नहीं बल्कि जनहित के लिए किया जाने वाला है। कोई भी निजी संस्था इस योजना न नहीं आने वाली है। योजना में प्रभावित परिवारों के लिए मनपा तीन इमारत बनाकर वाली है। योजना में विलंब होने से लागत भी बढ़ रही है जिससे इस पर ध्यान की आवश्यकता है। सभी पहलुओं पर विचार करते हुए मुख्य सचिव जनहित के लिए उच्च न्यायालय में सहमति करार दाखिल करें। इस आशय का निर्देश नगर विकास मंत्री एकनाथ शिंदे ने है।