ठाणे , गढ़चिरौली जिले के किसानो के महुआ फूलों पर प्रसंस्करण कर लड्डू, बिस्कुट बनाने को प्राथमिकता देनी चाहिए और इसे स्कूल पोषण आहार में कैसे शामिल किया जा सकता है इस बारे में सोचें यह सूचना शहरी विकास मंत्री एकनाथ शिंदे ने की है. गढ़चिरौली जिला खरीफ समीक्षा बैठक आज व्हिडीओ कॉन्फेरेंसिंग द्वारा आयोजित की गयी थी.
राज्य सरकार ने हाल ही में महुआ फूलों को जमा करना, पास रखना और उसकी ट्रांसपोर्टेशन पर प्रतिबंध हटाने का फैसला किया है. इसका लाभ उठाकर गढ़चिरौली जिले के अधिकतम किसानो को महुआ फूलो से बने पौष्टिक बिस्कुट बनाने के उद्योग में कैसे शामिल कर सकते है इस पर विचार करे यह बात मंत्री शिंदे ने कही है. इसके साथ – साथ जिले के कोरची का बैंगनी भी प्रसिद्ध है. उसके सुनियोजित मार्केटिंग द्वारा उसे नागपुर के बाजार में उपलब्ध कराया जाए. मधुमेह रोगियों के लिए फायदेमंद बैंगनी बीज प्रसंस्करण उद्योग कैसे विकसित करें उसके लिए प्रयास करने के निर्देश मंत्री शिंदे ने जिला कृषि अधिकारी एवं जिला कलेक्टर को दिए.
केवल पारंपरिक खेती के आलावा औषधीय पौधों की खेती को बढ़ाने के लिए किसानों में जागरूकता की जाए. इन औषधीय पौधों के अध्ययन के लिए एक रिसर्च सेंटर स्थापित किया जाना चाहिए यह सुझाव भी मंत्री शिंदे ने दिया।
ड्रैगनफ्रूट, स्ट्रॉबेरी जैसे उच्च उपज वाले उत्पाद लेने के लिए किसानों को प्रोत्साहित करें और इसमें आने वाली मुश्किलों को दूर करें, यह निर्देश मंत्री एकनाथ शिंदे ने जिलाधिकारी को दिए है. इसके साथ कर्जत के श्री. शेखर भडसावळे के कम लागत में अधिक उपज देने वाले परियोजना का अध्ययन करके उसका लाभ गढ़चिरौली जिले के किसानों देने का प्रयास करने का भी निर्देश उन्होंने जिला प्रशासन को दिए।
अनाज भंडारण के लिए आवश्यक गोदामों की क्षमता बढ़ाने के लिए जिले में 13 गोदामों के निर्माण के लिए जिला योजना कोष से 3.5 करोड़ रुपये की राशि उपलब्ध करायी गयी है. उसकी समीक्षा के बाद जल्द ही यह काम पूरा करने के लिए विशेष ध्यान देने की सुचना भी मंत्री शिंदे ने बैठक में दी. वर्तमान में 34,000 किसानों ने फसल बीमा योजना में भाग लिया है. उनकी संख्या बढ़ाने के प्रयास किए जाएं उन्होंने यह भी सुचना दि है.
तेलंगाना से गढ़चिरौली में खाद लाना सुविधाजनक है. इसलिए इस समस्या को हल करने के लिए पहल करने की तत्परता संरक्षक मंत्री शिंदे ने दिखाई है. साथ ही जिले के किसानों को अच्छी गुणवत्ता वाले बीज उपलब्ध कराए. जिले में जैविक खेती का प्रमाण बढ़ाकर गढ़चिरौली जिले को ‘जैविक खेती जिला’ यह पहचान दिलाने के लिए प्रयास करे आदि सूचनाए संरक्षक मंत्री शिंदे ने दी है.
मंत्री शिंदे ने कृषि विभाग में पेंडिंग मुद्दों के समाधान के लिए कृषि मंत्री से चर्चा करने का वादा किया. जिले में रिक्त पदों की समस्या का निराकरण जल्द से जल्द करने लिए उन्होंने जिला प्रशासन को आश्वासन दिया है.