ठाणे [ युनिस खान ] तीन दिनों से तूफ़ान से गिरी पेड़ों की टहनियों व कचरे को नहीं हटाये जाने का विरोध करते हुए विरोधी पक्षनेता अशरफ शानू पठान ने महासभा में पेड़ की टहनी लेकर घुसने का प्रयास किया। पुलिस व सुरक्षा रक्षकों ने उन्हें गेट पर ही रोक लिया। उन्होंने कहा कि मनपा की आर्थिक स्थिति गंभीर होने के बावजूद बिल्डरों से करीब 22 करोड़ रूपये दंड वसूल न करने वाले अधिकारीयों के खिलाफ कार्रवाई की जाये। वृक्ष प्राधिकरण आम नागरिकों के लिए काम न कर सिर्फ बिल्डरों के लिए काम करने वाला विभाग बनकर रह गया है।
चक्रवाती तूफ़ान से शहर के अनेक इलाकों में पेड़ व उसकी टहनियां गिरी। पेड़ों को काटकर सडकों को अग्निशमन व मनपा के आपदा प्रबंधन नियंत्रण विभाग ने हटाने का काम किया। अनेक स्थानों में टहनियां व कचरे पड़े हैं लेकिन वृक्ष प्राधिकरण के पास बजट होने के बावजूद उसे हटाया नहीं गया है। उन्होंने मनपा के घनकचरा व वृक्ष प्राधिकरण के खिलाफ नाराजगी व्यक्त करते हुए आन्दोलन की चेतावनी दिया था। आज महासभा के दौरान सभागृह में पेड़ की टहनी लेकर विरोधी पक्षनेता पठान मुख्यालय के प्रवेश द्वार से अंदर जाने लगे। पहले से पुलिस व मनपा के सुरक्षा रक्षकों की फ़ौज तैयार बैठी थी जो पठान को अन्दर जाने से पहले रोक लिया। उन्होंने कहा कि शहर के अनेक इलाकों में पेड़ों की टहनियां व कचरा पड़ा है। गन्दगी के अंबार से नागरिकों में आक्रोश व नाराजगी हैं। मनपा के दोनों विभाग नागरिकों की समस्या को नजरअंदाज कर रहे है। वृक्ष प्राधिकरण को पेड़ों की चटाई करने की जिम्मेदारी है उनकी खतरनाक दालों की छटाई कराने की जिम्मेदरी है। तूफ़ान के पहले भी वाहनों पर पेड़ गिरने की घटनाएं हुई है। वृक्ष प्राधिकरण अपना कार्य नहीं कर रहा है वह सिर्फ बिल्डरों के लिए काम करने वाला विभाग बन कर रह गया है। ऐसा आरोप लगते हुए विरोधी पक्षनेता पठान ने कहा कि यदि नागरिकों काम नहीं करता तो उसकी आवश्यकता ही नहीं है। पठान ने कहा कि मनपा की आर्थिक स्थिति गंभीर है फिर भी बिल्डरों से दंड के 22 करोड़ रूपये बकाया है जिसकी वसूली करने में वृक्ष प्राधिकरण की कोई रूचि नहीं है। उन्होंने इसके लिए जिम्मेदार अधिकारीयों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। पठान ने कहा की नागरिकों के आरोग्य व नागरिक सुविधाओं के लिए आन्दोलन करने पर जेल भी जाना पड़े तो हम तैयार हैं।
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