मुंबई, रिलायंस कैपिटल की 100% सहायक कंपनी रिलायंस जनरल इंश्योरेंस ने हाल ही में अपने कॉल-सेंटर आईवीआर सिस्टम पर एआई-पावर्ड इंटेलिजेंट वर्चुअल असिस्टेंट स्पीचबॉट को लॉन्च किया। स्पीचबॉट को ग्राहकों की स्वत: पहचान करने के लिए सहज रूप से डिज़ाइन किया गया है। यह सुविधा ग्राहक को जवाब पाने के लिए फिजिकल कॉल-सेंटर सपोर्ट की प्रतीक्षा किए बिना अपने मोटर के दावों (क्लेम्स) को दर्ज कराने में सक्षम बनाता है। 24×7 उपलब्धता के साथ, स्पीचबॉट क्लेम सेटल हो जाने तक की प्रक्रिया के दौरान बगैर किसी इंतजार के ग्राहकों को अनेक भाषाओं में यह सुविधा उपलब्ध कराता है।
मोटर बीमा इंडस्ट्री में, क्लेम दर्ज करने की जरूरत मुख्य रूप से ऐसे वक्त होती है जब ग्राहक अपने वाहन के क्षतिग्रस्त या खराब होने जैसी स्थिति का सामना कर रहा होता है, ऐसे में शीघ्र और प्रभावी ढंग से सहायता मुहैया कराना जरूरी हो जाता है। आज के समय में, जब ग्राहक क्लेम को दर्ज करने के लिए सपोर्ट सेंटर पर कॉल करता है, तो कस्टमर सपोर्ट एक्जीक्यूटिव के लंबे समय तक कॉल पर बिजी होने की जानकारी मिलती है या कॉल ड्रॉप होती है। जिसकी वजह से ग्राहकों को भारी परेशानी होती है। स्पीचबॉट की शुरुआत के साथ, इस समस्या का समाधान हो जाता है। एक बार जब कोई ग्राहक आरजीआई सपोर्ट सेंटर पर कॉल करता है, तो स्पीचबॉट सिर्फ कुछ इनपुट रेस्पॉन्स की मदद से पॉलिसीधारक की पहचान करेगा और उन्हें बिना कोई समय गवाँए तत्काल अपना क्लेम रजिस्टर करने में सक्षम बनाएगा।
स्पीचबॉट के साथ क्लेम करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण प्रक्रिया – ‘नुकसान को लेकर पहली जानकारी के लिए डेटा एकत्रित करना’ भी आसान हो जाता है, क्योंकि क्लेम से संबंधित विस्तृत पूछताछ संक्षिप्त और स्वत: (ऑटोमेटेड) हो जाती है। इस इंटेलिजेंट वर्चुअल असिस्टेंट के साथ, ग्राहक को काफी बेहतर अनुभव मिलता है। इस सुविधा के बारे में बताते हुए रिलायंस जनरल इंश्योरेंस के ईडी और सीईओ, श्री राकेश जैन ने कहा, “रिलायंस जनरल इंश्योरेंस में इस तरह की प्रक्रियागत चुनौतियों को हल करने के लिए हम हमेशा ग्राहक-पहले का दृष्टिकोण रखते हैं। क्लेम, इंश्योरेंस का सबसे महत्वपूर्ण पहलू है और आज की तकनीक-संचालित दुनिया में, ग्राहक सहजता और शीघ्रता की उम्मीद करते हैं। इसलिए हमने द एआई पावर्ड एजेंट, स्पीचबॉट के साथ संपूर्ण क्लेम संबंधी प्रक्रिया को आसान बनाने का फैसला किया। स्पीचबॉट ग्राहक की परेशानी को समझता है और बिना किसी प्रतीक्षा या होल्ड टाइम के त्वरित और प्रासंगिक समाधान उपलब्ध कराने के लिए बातचीत को आगे बढ़ाता है। यह तकनीक ग्राहकों को सुविधाजनक वॉयस-बेस्ड चैट इंटरफेस का इस्तेमाल करते हुए उनकी भाषा में संवाद करने में सक्षम बनाती है और एपीआई के माध्यम से कोर सिस्टम्स में पास करते हुए रीयल टाइम स्पीच टू टेक्स्ट ट्रांसक्रिप्शन पर काम करती है। यह सर्विस अपने मोटर पॉलिसीधारकों के लिए नुकसान की पहली सूचना देने के लिए रिलायंस जनरल इंश्योरेंस के क्लेम हेल्पलाइन नंबरों पर 24X7 उपलब्ध होगी।
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