भिवंडी [ एम हुसेन ] ठाणे जिला विद्यासेवक पतपेढी के निदेशक मंडल द्वारा कोरोना महामारी काल में मृत्यु होने वाले 33 सदस्यों का लगभग सवा करोड़ रुपए कर्ज माफ़ कर दिया गया है। जिससे मृतक सदस्यों के वारिसों को एक बड़ी राहत मिली है। लगभग 40 लाख रुपए कर्ज माफी का प्रस्ताव दस्तावेज के अभाव में विचाराधीन है।इस महामारी के दौरान कर्जदारों के शोक संतप्त परिवारों को कर्ज की वसूली का नोटिस भेजने के बजाय दो योजनाओं के माध्यम से कर्जमाफी प्रमाण पत्र और तीन लाख रुपए तक की सहायता प्रदान की जा रही है। उक्त प्रकार की जानकारी देते हुए पतपेढी के अध्यक्ष सुधीर घागस ने कहा कि उन्हें संतोष है कि संकट की इस घड़ी में वह वारिसों को राहत दे रहे हैं ।
सुधीर घागस ने बताया कि विद्यासेवक पतपेढी के संस्थापक स्व.वसंतराव बापट की यादगार में सन 2011 से कर्ज संरक्षण योजना के अंतर्गत तीन लाख रुपए की मदद की जा रही है। इसी प्रकार पूर्व शिक्षक विधायक एवं सलाहकार स्व. रामनाथ मोते ऋणमुक्ति योजना के तहत 25 लाख रुपए का कर्ज माफ़ किया जा रहा है। जिसके तहत अप्रैल 2020 से मई 2021 के बीच मृतक 33 सदस्यों के वारिसों को इसका लाभ दिया जा चुका है। पतपेढी की 8 शाखाओं में अंबरनाथ के 12,ठाणे के 10,सानपाड़ा के एक,कल्याण के छह,भिवंडी के तीन एवं वाड़ा के एक सहित कुल 33 मृतक सदस्यों के वारिसों को लाभ दिया गया है। जिससे उनके जमानतदारों को कर्ज वसूली के तगादा से मुक्ति मिल गई है। पतपेढी के सचिव प्रा. रमेश बुटेरे ने बताया कि मृतक 20 सदस्यों का प्रस्ताव मुख्यालय को देर से मिलने के कारण उन्हें अभी लाभ नहीं मिला है, लेकिन जल्द ही उसकी जांच पड़ताल करके उन्हें इसका लाभ दिया जाएगा ।
सुधीर घागस ने कहा कि स्व. वसंत बापट, जयंत ओक और स्व. रामनाथ मोते ने वित्तीय लेनदेन से परे जाकर सदस्यों के साथ पारिवारिक प्रेम पैदा करने का संस्कार दिया है। उसी संस्कार के माध्यम से निदेशक मंडल सदस्यों के लिए बीमारी की स्थिति में कल्याण कोष , मृत्यु होने पर मृत्यु कोष, बेटी की शादी में दहेज, हर साल मेघावी सदस्यों और बच्चों को उपहार देकर प्रोत्साहन, स्व. रामनाथ मोते के जन्मदिन के अवसर पर स्वास्थ्य संबंधी गतिविधियां लिया जाता है । निदेशक मंडल द्वारा लाभांश दरों को बनाए रखते हुए समय पर लाभांश का भुगतान करना,कर्ज पर व्याज दर कम करना,सामान्य ऋण सीमा बढ़ाकर 25 लाख रुपए आर्टिकल लोन तीन लाख रुपए से बढ़ाकर 28 लाख रुपए किया गया है। पतपेढी सदस्यों के हितों की रक्षा के लिए लगातार काम कर रहा है। घागस ने सदस्यों की सेवा से संतुष्ट होने की भावना व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि विद्यासेवक निदेशक मंडल लाभ वृद्धि पर सदस्य कल्याण और संतुष्टि को प्राथमिकता देता है। इसके लिए सुधीर घागस ने ठाणे एवं पालघर जिले के अनुदानित विद्यालयों एवं महाविद्यालयों के अधिक से अधिक शिक्षकों एवं गैर-शिक्षकों से विद्यासेवक पटपेढ़ी का सदस्य बनने एवं सभी योजनाओं का लाभ लेने की भी अपील की है ।