




दो वर्ष पूर्व भी श्रमजीवी संघटना के युवा नेता प्रमोद पवार ने डॉ.नेहा शेख की सडक दुर्घटना में मृत्यु होने के बाद टोल नाका तत्काल प्रभाव से बंद कर करवाया था ।उसके बाद इस रास्ते की पूरी जवाबदारी सार्वजनिक बांधकाम विभाग की थी परंतु ठेकेदार के असमर्थ होने पर विभाग ने करोडों रुपये खर्च करके केवल धोखाधडी किया है। आज संघटना द्वारा दिए गए झटके से पूरा जिले में भय का वातावरण निर्माण हुआ है । उल्लेखनीय है कि भिवंडी तालुका के कवाड,अनगांव, पालखणे,वारेट, दुगाड,अंबाडी, दिघाशी फाटा सहित वाडा तालुका के प्रमुख स्थानों के लगभ तेरा जगहों पर यह आंदोलन किया गया है । अंबाडी नाके पर प्रमोद पवार सहित कार्यकर्ताओं ने भरे बरसात मेें भीग कर 3 घंटे तक रास्ता रोके रखा ,इस अवसर पर श्रमजीवी संघटना के अध्यक्ष रामभाऊ वारणा,कार्याध्यक्ष स्नेहा दुबे,प्रमुख सचिव बालाराम भोईर, विजय जाधव, जिलाध्यक्ष सुरेश रेंजड,अशोक सापटे,जिला उपाध्यक्ष प्रमोद पवार आदि श्रमजीवी के पदाधिकारियों ने विविध स्थानों पर पहुंच कर आंदोलन करने वाले कार्यकर्ताओं का मनोबल बढाया ।
Attachments area