द सेटेलाइट सिटी के नाम से मशहूर इस स्थान के प्रति लोगों का आकर्षण बढ़ा है और महामारी के दौर में भी बड़े बजट के डील्स हुए
मुंबई, पुणे शहरी समूह के अंतर्गत पिंपरी चिंचवड़ और अन्य उपनगर शामिल हैं, जो बीते दो दशकों में देश में सबसे तेजी से विकसित होने वाले शहरों की सूची में तीसरे स्थान पर है। यह पुणे में बड़ी तेजी से विकसित होने वाले उपनगरीय इलाकों में से एक है, साथ ही यह पुणे के औद्योगिक क्षेत्रों और आईटी केंद्रों के काफी नजदीक स्थित है। इस इलाके में नागरिकों के लिए बेहतरीन सुविधाएं उपलब्ध हैं, और यह पुणे शहर के दूसरे हिस्सों से अच्छी तरह जुड़े होने के साथ-साथ मुंबई शहर के बेहद करीब है।
पिंपरी चिंचवड़ क्षेत्र में 4000 से ज्यादा औद्योगिक इकाइयाँ मौजूद हैं जिनमें मर्सिडीज बेंज, फोक्सवैगन, जेसीबी, टाटा मोटर्स, बजाज ऑटो और फोर्स मोटर्स जैसे कुछ प्रसिद्ध ऑटोमोबाइल ब्रांड एवं बहुराष्ट्रीय कंपनियाँ शामिल हैं, जिनकी विकास दर 15% प्रतिवर्ष है। बेहद हरे-भरे क्षेत्र में स्थित पिंपरी की जलवायु काफी स्वास्थ्यवर्धक है, तथा असीमित आर्थिक अवसरों ने इसे आवासीय और औद्योगिक दोनों उद्देश्यों के लिए सबसे पसंदीदा स्थान बना दिया है।
अपने सुनियोजित बुनियादी ढांचे, अनुकूल जलवायु, जमीन की उपलब्धता, नजदीक स्थित हवाई-अड्डे, शहर के रेलवे स्टेशन से नजदीकी, बीआरटीएस नेटवर्क तथा मेट्रो रेल स्टेशन तक पहुंच की वजह से इस क्षेत्र में विकास की असीम संभावनाएं मौजूद हैं। बीते वर्षों में महिंद्रा एंड महिंद्रा, प्रीमियर, एल्प्रो, क्रॉम्पटन ग्रीव्स जैसी कई बड़ी कंपनियों ने इस इलाके में अपनी जमीन लेकर व्यावसायिक गतिविधियों का संचालन आरंभ किया है और अपने मुख्य व्यवसाय में बड़े पैमाने पर निवेश किया है, जिसकी वजह से वाणिज्यिक विकास के महत्वपूर्ण अवसर प्राप्त हुए हैं। यह उपनगर पुणे शहर की उम्मीदों पर खरा उतरने वाले माइक्रो-मार्केट में से एक है, और इसमें मुख्य रूप से आईटी कंपनियों, बीएफएसआई, मोटर एवं ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में काम करने वाले श्रमिकों, छात्र तथा अन्य लोग शामिल हैं।
बड़े पैमाने पर लोकप्रिय इस उपनगर के हालिया विकास के बारे में बताते हुए, श्री विनीत गोयल, ज्वाइंट मैनेजिंग डायरेक्टर, कोहिनूर ग्रुप, ने कहा – “महामारी के बुरे दौर से गुजरने के बावजूद, पिछले दो सालों में इस इलाके में बड़े-बड़े डील्स हुए हैं और कई प्रॉपर्टी लॉन्च की गई है। वाणिज्यिक और आवासीय, दोनों ही क्षेत्रों में विकास की असीम संभावनाओं की वजह से यह हमारे द्वारा निवेश के लिए चुने गए स्थानों में से एक रहा है।”
वर्तमान में, पिंपरी-चिंचवड़ में कमर्शियल स्टॉक लगभग 2 मिलियन वर्ग फुट है और यहां का बाजार मुख्य रूप से किराए से जुड़ी गतिविधियों से संचालित होता है। आईटी, आईटीईएस एवं मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री तथा बहुराष्ट्रीय कंपनियों के बैकएंड ऑफिस की मौजूदगी की वजह से इस बाजार में मुख्यतः अलग-अलग स्तरों पर बिक्री के बजाय लीज पर ज्यादा ध्यान दिया जाता है, और इसी वजह से सभी डेवलपर्स कमर्शियल प्रॉपर्टी के किराये के मूल्यों में लगातार बढ़ोतरी होने की उम्मीद कर रहे हैं।