भिवंडी [ युनिस खान ]हजरत मुहम्मद के नवासे हजरत हसन व हुसैन सहित उनके साथियों की कर्बला के मैदान में हुई शहादत की याद में मनाया जाने वाला मुहर्रम का त्यौहार भिवंडी में अपार श्रद्धा और शांतिपूर्वक ढंग से मनाया गया। इस अवसर पर मुस्लिम समाज की ओर से हजरत इमाम हुसैन की शहादत दिवस के रूप में उनकी याद में 19 सार्वजनिक और 42 निजी सहित कुल 61 ताजिया तथा 9 सार्वजनिक और 30 निजी सहित कुल 39 पंजा भी निकाला गया।
इस साल भी कोरोना के चलते मोहर्रम से जुड़े भीड़-भाड़ वाले प्रत्येक कार्यक्रम को बड़े पैमाने पर मनाने की मनाही थी। शांतिनगर पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक शीतल राउत द्वारा ताजियादार मंडलों को सीआरपीसी की धारा 149 के तहत नोटिस देकर राज्य सरकार द्वारा कोविड बाबत जारी गाईड लाईन और प्रतिबंधों का कड़ाई से पालन करने की चेतावनी देकर मर्यादित ऊंचाई में ताजिया और पंजा बनाने का निर्देश देते हुए उन स्थानों पर भीड़-भाड़ रोकने के लिए स्वयं सेवक रखने सहित इस अवसर पर निकलने वाले किसी भी प्रकार के जलूस आदि पर भी सख्त मनाही की गई थी।
गौरतलब है कि ताजिया इमाम हुसैन के कर्बला (इराक) स्थित मजार का काल्पनिक चित्रण या प्रस्तुति है। लोग अपनी-अपनी आस्था और मत के हिसाब से ताजिया बनाते हैं अथवा नहीं भी बनाते या मनाते हैं। अकीदत के साथ मनाए गए मोहर्रम के अवसर पर मुस्लिम समाज के बड़ी संख्या में युवाओं, पुरुषों, बच्चों व महिलाओं ने इमाम हुसैन की शहादत को याद करते हुए शहीदाने कर्बला के प्रति अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान मुस्लिम समुदाय के लोगों द्वारा खूबसूरत एवं बड़ी-छोटी आकार की ताजिया लोगों के आकर्षण का केंद्र बनी हुई थी। विशेषकर आमपाड़ा में छोटी-बड़ी बनाई गई लगभग आधा दर्जन ताजिया लोगों के आकर्षण का केंद्र बनी थी।
भिवंडी के पुलिस उपायुक्त योगेश चव्हाण द्वारा मोहर्रम के अवसर पर यकीदतमंदों की सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस का चाक चौबंद प्रबंध किया गया था। इस दौरान नियमित पुलिस के अलावा भारी संख्या में अतिरिक्त पुलिसकर्मियों, अधिकारियों और होमगार्डों की भी तैनाती की गई थी।