ठाणे [ युनिस खान ] कोरोना संक्रमण में कमी आयी है लेकिन अभी भी कोरोना का संकट टला नहीं है। कोविड-19 के कारण उत्पन्न संक्रामक स्थिति को देखते हुए सरकार ने इस वर्ष बहुधार्मिक पर्व को सरल तरीके से मनाने का निर्णय लिया है। जिसे देखते हुए महापौर नरेश म्हस्के और मनपा आयुक्त डा विपिन शर्मा. ने नागरिकों से सामान्य तरह से छठपूजा मनाकर मानप को सहयोग करने की अपील किया है।
ब्रेक द चैन के तहत दिए गए संशोधित दिशा-निर्देशों के अनुसार कोरोना नियमों में ढील दी गई है, लेकिन नागरिकों के बड़े पैमाने पर इकट्ठा होने पर प्रतिबंध बनाए रखा गया है। महापौर म्हस्के व मनपा आयुक्त डा शर्मा ने ऑनलाइन, केबल नेटवर्क, फेसबुक आदि के माध्यम से कार्यक्रमों के प्रसारण पर जोर देने की अपील की है।
ठाणे मनपा क्षेत्र में धार्मिक स्थल, जो कोविड संक्रमण के कारण बंद थे, उन्हें फिर से खोल दिया गया है। ध्यान रखा जाना चाहिए कि छठ पूजा उत्सव एक घरेलू आयोजन तक ही सीमित है। नागरिकों को तालाबों , झीलों या समुद्रों के किनारे एक साथ आए बिना भीड़ से बचना चाहिए और घर पर रहकर छठ पूजा सरल तरीके से करनी चाहिए। खासकर वरिष्ठ नागरिकों के साथ-साथ बच्चों को भी जितना हो सके घर से बाहर निकलने से बचना चाहिए।
ठाणे शहर में छठ पूजा के लिए उपवन तालाब, कोलशेत विसर्जन महाघाट, रायलदेवी तालाब , दत्ताघाट (मसुंदा तालाब), कोपरी खाडी , पारसिक विसर्जन महाघाट, पारसिक रेतीबंदर मौजूदा स्थानों पर प्रबंध किए गए हैं। छठ पूजा के दौरान पटाखों का उपयोग न करने की सलाह दी गयी है। छठ पूजा के स्थान पर मास्क का प्रयोग और सामाजिक दूरी का पालन करना चाहिए ताकि कोरोना संक्रमण न बढ़े। छठ पूजा उत्सव के स्थान पर किसी भी प्रकार का मंडप नहीं बनाना चाहिए। इन निर्देशों के अलावा, ठाणे मनपा और स्थानीय पुलिस प्रशासन के पास स्थिति को देखते हुए प्रतिबंधों को कड़ा करने का अधिकार होगा।
कोविड-19 वायरस को फैलने से रोकने के लिए सरकारी राहत, पुनर्वास, स्वास्थ्य, पर्यावरण, चिकित्सा शिक्षा विभाग और ठाण मनपा, पुलिस प्रशासन द्वारा समय-समय पर निर्धारित नियमों का पालन करना अनिवार्य होगा।