ठाणे [ युनिस खान ] दिवाली से पहले और दिवाली के बाद की अवधि के दौरान वायु और ध्वनि प्रदूषण में कोई वृद्धि नहीं हुआ। महापौर नरेश म्हस्के व मनपा आयुक्त डा विपिन शर्मा के दिवाली मुक्त, पटाखा मुक्त और पर्यावरण के अनुकूल उत्सव के आवाहन को नागरिकों का अच्छा समर्थन मिला है।
ठाणे मनपा ने नागरिकों से अपील की थी कि दिवाली की पवित्रता को ध्यान में रखते हुए और कोरोना नियमों का पालन कर दीवाली को शोर मुक्त, पटाखा मुक्त और पर्यावरण के अनुकूल तरीके से मनाएं। नागरिकों ने इस आह्वान पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है और इस वर्ष पर्यावरण के अनुकूल दिवाली मनाने पर जोर दिया है।
ठाणे मनपा के प्रदूषण नियंत्रण विभाग ने दिवाली से पहले और उसके दौरान हवा की गुणवत्ता की जांच की है। इस हिसाब से 29 अक्टूबर 2021 को दीपावली से पहले 24 घंटे हवा में धूल की मात्रा 228 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर थी। नाइट्रोजन ऑक्साइड गैस 26 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर और सल्फर डाइऑक्साइड गैस 15 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर पाई गई। इसी तरह, अधिकतम ध्वनि तीव्रता 68 डेसिबल दर्ज की गई।
साथ ही 4 नवंबर 2021 को लक्ष्मी पूजा के दिन 24 घंटे हवा में तैरती धूल की मात्रा 233 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर और नाइट्रोजन ऑक्साइड गैस की मात्रा 30 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर और सल्फर की मात्रा पाई गई। डाइआक्साइड का स्तर 20 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर था।
महाराष्ट्र सरकार द्वारा दिए गए निर्देश और इस वर्ष कोरोना संक्रामक रोग की पृष्ठभूमि पर राष्ट्रीय हरित मध्यस्थता के आदेश के अनुसार, ठाणे मनपा द्वारा क्षेत्र के लिए दिवाली 2021 दिशानिर्देश प्रकाशित किया गया था। ठाणे के नागरिकों ने इन निर्देशों का सख्ती से पालन किया है। दीपावली की अवधि के दौरान ध्वनि स्तर में पिछले वर्ष की तुलना में कोई वृद्धि नहीं हुई है।