हैदराबाद [ अमन न्यूज नेटवर्क ] हार्टफुलनेस इंस्टिट्यूट अपने वर्चुअल प्लेटफार्म पर गीता जयंती का आयोजन करने जा रहा है और वर्त्तमान में चल रहे अपने गीतोपदेश कार्यक्रम के इस भाग में सभी की उपस्थिति की कामना करता है| गीता जयंती के इस सुअवसर पर आईएफएस, लेखक-राजनयिक एवं भूतपूर्व सांसद(राज्यसभा) श्री पवन कुमार वर्मा अपने बहुमूल्य विचार व्यक्त करेंगे| इस अवसर पर प्रिय दाजी के शब्दों में दोहराई गई कहानियों की पुस्तक ‘टेल्स फ्रॉम वेदास एंड उपनिषद्स’(Tales from the Vedas and Upnishads) का विमोचन किया जाएगा, जिसमें उनके सुरुचिपूर्ण निर्देशन में साहसिक, खोजपूर्ण और ज्ञानवर्धक प्राचीन कहानियाँ संग्रहीत की गई हैं| आयोजन रविवार 12 दिसम्बर 2021 को शाम 6:00 बजे होगा| सत्र में भाग लेना निःशुल्क है और http://hfn.link/gitajayanti पर पंजीकरण करके या info@heartfulness.orgपर ईमेल भेजकर इसमें भाग लिया जा सकता है| हार्टफुलनेस इंस्टिट्यूट (एक गैर-लाभकारी संगठन) की यह पहल सभी के लिए उपलब्ध है|
हार्टफुलनेस इंस्टिट्यूट के बारे में: हार्टफुलनेस, ध्यान के अभ्यासों और जीवन शैली में बदलाव का एक सरल संग्रह प्रदान करता है। इसकी उत्पत्ति बीसवीं शताब्दी के आरम्भ में हुई और भारत में 1945 में श्री राम चंद्र मिशन की स्थापना के साथ इसे औपचारिक रूप दिया गया, जिसका उद्देश्य था एक एक करके हर हृदय में शांति, ख़ुशी और बुद्धिमत्ता लाना। ये अभ्यास योग का एक आधुनिक रूप हैं जिनकी रचना एक उद्देश्यपूर्ण जीवन की दिशा में पहले कदम के रूप में संतोष, आंतरिक शांति और स्थिरता, करुणा, साहस और विचारों में स्पष्टता लाने के लिए की गई है। वे सरल और आसानी से अपनाए जाने योग्य हैं और जीवन के सभी क्षेत्रों, संस्कृतियों, धार्मिक विश्वासों और आर्थिक स्थितियों के लोगों, जिनकी उम्र पंद्रह वर्ष से अधिक है, के लिए उपयुक्त हैं। हार्टफुलनेस अभ्यासों का प्रशिक्षण हजारों स्कूलों और कॉलेजों में चल रहा है, और दुनिया भर के निगमों, गैर-सरकारी और सरकारी निकायों से 100,000 से अधिक पेशेवर ध्यान का अभ्यास कर रहे हैं। 160 देशों में 5,000 से अधिक हार्टफुलनेस केंद्रों का हजारों प्रमाणित स्वयंसेवी प्रशिक्षकों और लाखों अभ्यास करने वालों द्वारा स्व-स्फूर्त संचालन किया जाता है।