ठाणे [ युनिस खान ] राज्य में ओबीसी समाज में जागरूकता लाने के लिए राकांपा जनजागरण अभियान शुरू करेगी इस अभियान की शुरुआत ठाणे शहर से होगी। इसी सिलसिले में ठाणे के टिपटॉप प्लाजा में रविवार 13 फरवरी को ओबीसी सम्मेलन का आयोजन किया गया है। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में राज्य के गृहनिर्माण मंत्री डा जितेन्द्र आव्हाड उपस्थित रहेंगे।
राकांपा ठाणे शहर जिला अध्यक्ष आनंद परांजपे और राकांपा के ओबीसी प्रकोष्ठ के प्रदेश महासचिव राज राजापुरकर ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि वरिष्ठ विचारक हरि नरके, राकांपा के ओबीसी प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष ईश्वर बालबुद्धे और समता परिषद के बापू भुजबल आदि सभा को संबोधित करेंगे। केंद्र सरकार की नीति से आंकड़ों की गड़बड़ी पैदा कर दी है और ओबीसी के राजनीतिक आरक्षण पर इसका सीधा असर पड़ा है। ओबीसी के बीच जागरूकता पैदा करने के लिए राज्य भर में ओबीसी सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे। इस अवसर पर राकांपा के ओबीसी प्रकोष्ठ के ठाणे शहर के अध्यक्ष गजानन चौधरी मौजूद थे।
ओबीसी के राजनीतिक आरक्षण के मुद्दे ने पूरे देश में कोहराम मचा दिया है। ओबीसी को आरक्षण चाहिए तो संघर्ष करना होगा। इसी को ध्यान में रखते हुए सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। सम्मेलन में राज्य की 354 ओबीसी जातियों में से 178 के प्रतिनिधि शामिल होंगे। इस सम्मेलन में शिक्षा-नौकरी और राजनीतिक आरक्षण पर चर्चा की जाएगी। साथ ही ओबीसी जाति समूहों के मुद्दों को जानने और उस दिशा में राज्यव्यापी आंदोलन के निर्माण की नींव रखने के आधार पर यह सम्मेलन आयोजित किया गया है। 13 फरवरी को सुबह 11 बजे आयोजित कार्यक्रम में मुख्य रूप से गृहनिर्माण मंत्री डा आव्हाड मुख्य मार्गदर्शक होंगे। राज राजापुरकर ने कहा कि वरिष्ठ विचारक हरि नरके, राकांपा के ओबीसी प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष ईश्वर बालबुद्धे और समता परिषद के बापू भुजबल सभा को संबोधित करेंगे और राज्य भर से करीब 500 ओबीसी प्रतिनिधि मौजूद रहेंगे।
ठाणे में ओबीसी परिषद की तरह, ओबीसी प्रकोष्ठों का आयोजन ठाणे से शुरू होकर राज्य के अन्य हिस्सों में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के ओबीसी सेल द्वारा किया जाएगा। इसलिए आनंद परांजपे ने ठाणे जिले के सभी ओबीसी जाति समूहों के प्रतिनिधियों से ओबीसी सम्मेलन में शामिल होकर और उनके सवाल उठाने की अपील की है।
ओबीसी के राजनीतिक आरक्षण के मुद्दे ने पूरे देश में कोहराम मचा दिया है। ओबीसी को आरक्षण चाहिए तो संघर्ष करना होगा। इसी को ध्यान में रखते हुए सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। सम्मेलन में राज्य की 354 ओबीसी जातियों में से 178 के प्रतिनिधि शामिल होंगे। इस सम्मेलन में शिक्षा-नौकरी और राजनीतिक आरक्षण पर चर्चा की जाएगी। साथ ही ओबीसी जाति समूहों के मुद्दों को जानने और उस दिशा में राज्यव्यापी आंदोलन के निर्माण की नींव रखने के आधार पर यह सम्मेलन आयोजित किया गया है। 13 फरवरी को सुबह 11 बजे आयोजित कार्यक्रम में मुख्य रूप से गृहनिर्माण मंत्री डा आव्हाड मुख्य मार्गदर्शक होंगे। राज राजापुरकर ने कहा कि वरिष्ठ विचारक हरि नरके, राकांपा के ओबीसी प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष ईश्वर बालबुद्धे और समता परिषद के बापू भुजबल सभा को संबोधित करेंगे और राज्य भर से करीब 500 ओबीसी प्रतिनिधि मौजूद रहेंगे।
ठाणे में ओबीसी परिषद की तरह, ओबीसी प्रकोष्ठों का आयोजन ठाणे से शुरू होकर राज्य के अन्य हिस्सों में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के ओबीसी सेल द्वारा किया जाएगा। इसलिए आनंद परांजपे ने ठाणे जिले के सभी ओबीसी जाति समूहों के प्रतिनिधियों से ओबीसी सम्मेलन में शामिल होकर और उनके सवाल उठाने की अपील की है।