ठाणे [ युनिस खान ] बदलापुर अनाथालय की छात्रा को शबाना शेख सरकारी मेडिकल कॉलेज, औरंगाबाद में मेडिकल कोर्स के प्रथम वर्ष में प्रवेश मिला। इससे आश्रम के स्कूलों का सम्मान तो बढ़ा ही है वहीँ जिले का भी नाम रोशन हुआ है। शबाना की इस उपलब्धि की जिलाधिकारी राजेश नार्वेकर ने भी सराहना की। उन्होंने सोमवार को जिलाधिकारी कार्यालय में शबाना से मुलाकात की और उसका मनोबल बढ़ाया। साथ ही उसे आश्वस्त किया कि अगर भविष्य में कोई समस्या आती है तो हम आपके साथ हैं।
शबाना शेख चार साल की उम्र से बदलापुर में बॉम्बे टीन चैलेंज में रह रही हैं चूंकि उसके माता-पिता नहीं थे, इसलिए उसने संस्थान में रहकर अपनी शिक्षा पूरी की। महिला एवं बाल कल्याण विभाग की ओर से कुमारी शबाना को उनका अनाथ प्रमाणपत्र दिया गया। शबाना ने मुश्किल से बारहवीं की परीक्षा पास की और उसमें सफल हुई। फिर उसने मेडिकल कोर्स के लिए आवश्यक नीट परीक्षा पास की। उसने अनाथ कोटे से मेडिकल कोर्स के लिए आवेदन किया था। उन्हें एमबीबीएस कोर्स के लिए औरंगाबाद के गवर्नमेंट कॉलेज में प्रवेश मिला। उनकी सफलता की सराहना करने के लिए जिला महिला एवं बाल कल्याण अधिकारी महेंद्र गायकवाड़ ने सोमवार को जिलाधिकारी कार्यालय में एक छोटा सा स्वागत समारोह आयोजित किया। इस अवसर पर जिलाधिकारी नार्वेकर ने शबाना ने फूलों का गुलदस्ता और आसन देकर उनका अभिनंदन किया।
इस दौरान जिलाधिकारी नार्वेकर ने कहा की अगर आपको औरंगाबाद में अपनी पढ़ाई के दौरान किसी मदद की जरूरत है, तो कृपया हमें बताएं और हम आपकी मदद करेंगे। समुदाय को लाभ पहुंचाने के लिए अपनी शिक्षा का लक्ष्य रखें। अंबरनाथ को डॉक्टर की जरूरत है। उन्होंने कहा कि शिक्षा के बाद वहां सेवा करने के बारे में सोचें।
इस अवसर पर जिला महिला एवं बाल कल्याण अधिकारी महेंद्र गायकवाड, जिला बाल कल्याण अधिकारी रोहिणी शिरसाट, बॉम्बे टीन चैलेंज की अधीक्षक पद्मजा गुडे, बाल संरक्षण अधिकारी पल्लवी जाधव आदि उपस्थित थे।