ठाणे [ युनिस खान ] राज्य के नगर विकास मंत्री और ठाणे जिले के पालकमंत्री एकनाथ शिंदे के गृह क्षेत्र में भाजपा सेंध लगाते हुए अनेक शिवसेना पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं में पार्टी में शामिल कर लिया है। शिव सैनिकों के भाजपा में जाने से शिवसेना को तगड़ा झटका लगा है।
कोपरी पांच पखाड़ी विधानसभा क्षेत्र से प्रतिनिधित्व करने वाले नगर विकास मंत्री एकनाथ शिंदे राज्य सरकार में प्रभावशाली मंत्री है। शिवसेना के गढ़ किसन नगर के शाखा प्रमुख सहित बड़ी संख्या में शिवसैनिक आज भाजपा में शामिल हो गए हैं। भाजपा विधायक एवं जिलाध्यक्ष निरंजन दावखरे और विधायक संजय केलकर ने शिवसैनिकों का पार्टी में प्रवेश करने पर स्वागत किया है।
शिवसेना के किसननगर नं. 2 शाखा प्रमुख समीर नार्वेकर, कोपारी-पांचपखाडी विधानसभा क्षेत्र युवा सेना के निरीक्षक नीलेश लोहोटे, उप-शाखा प्रमुख पंकज परब, भरत देसाई, आशीष चव्हाण, नितेश पवार समेत बड़ी संख्या में शिवसैनिक भाजपा में शामिल हो गए। प्रवेश कार्यक्रम का आयोजन भाजपा के खोपट स्थित भाजपा कार्यालय में किया गया। किसननगर , पडवल नगर आदि क्षेत्र के शिवसैनिकों के भाजपा में प्रवेश करने से जहाँ भाजपा को लाभ मिलने की आशंका व्यक्त की जा रही वहीँ इसे शिवसेना के लिए भारी झटका माना जा रहा है।
कोपारी-पांचपखाड़ी विधानसभा क्षेत्र में शिवसेना का दबदबा है और किसान नगर को शिवसेना का गढ़ माना जाता है। नगर विकास मंत्री एकनाथ शिंदे किसन नगर सेवक से लेकर विधायक चुने जाते आ रहे हैं। राजनीतिक पर्यवेक्षकों का मानना है कि इस क्षेत्र में शिवसेना का संगठनात्मक नेटवर्क मजबूत है। हालांकि बीजेपी ने किसन नगर में शिवसेना के अभेद्य दुर्गों को तोड़ा है।
शिवसेना के किसननगर नं. 2 शाखा प्रमुख समीर नार्वेकर, कोपारी-पांचपखाडी विधानसभा क्षेत्र युवा सेना के निरीक्षक नीलेश लोहोटे, उप-शाखा प्रमुख पंकज परब, भरत देसाई, आशीष चव्हाण, नितेश पवार समेत बड़ी संख्या में शिवसैनिक भाजपा में शामिल हो गए। प्रवेश कार्यक्रम का आयोजन भाजपा के खोपट स्थित भाजपा कार्यालय में किया गया। किसननगर , पडवल नगर आदि क्षेत्र के शिवसैनिकों के भाजपा में प्रवेश करने से जहाँ भाजपा को लाभ मिलने की आशंका व्यक्त की जा रही वहीँ इसे शिवसेना के लिए भारी झटका माना जा रहा है।
कोपारी-पांचपखाड़ी विधानसभा क्षेत्र में शिवसेना का दबदबा है और किसान नगर को शिवसेना का गढ़ माना जाता है। नगर विकास मंत्री एकनाथ शिंदे किसन नगर सेवक से लेकर विधायक चुने जाते आ रहे हैं। राजनीतिक पर्यवेक्षकों का मानना है कि इस क्षेत्र में शिवसेना का संगठनात्मक नेटवर्क मजबूत है। हालांकि बीजेपी ने किसन नगर में शिवसेना के अभेद्य दुर्गों को तोड़ा है।
भजपा मनपा और राज्य की सत्ता में बैठी शिवसेना के जन विरोधी नीतियों व जनहित के मुद्दों को लेकर संघर्ष कर रही है। मनपा की कार्यप्रणाली , विकास कार्यों में जनहित की अनदेखी व भ्रष्टाचार के चलते लोग भाजपा के समर्थन में खड़े होते दिखाई देने लगे हैं। शिवसेना छोड़ भाजपा का दामन थामने वाले समीर नार्वेकर ने कहा शिवसेना द्वारा नागरिकों से किए गए बुनियादी वादे पूरे नहीं किए गए हैं। इसलिए, हम भाजपा के लिए काम करेंगे।