




फेयरफेस्ट मीडिया लिमिटेड (ओटीएम के आयोजक) के चेयरमैन और सीईओ, संजीव अगरवाल ने कहा कि, “विश्व भर में राष्ट्रीय आमदनी और कार्यबल में पर्यटन और होटल कारोबार का योगदान लगभग दसवें हिस्से के बराबर है। यह पिछले दो वर्षों में बड़े पैमाने पर प्रभावित हुआ था और बार-बार के लॉकडाउन एवं प्रतिबंधों के कारण भारी संख्या में इसकी इकाइयाँ बंद हो गईं। सबसे बुरा वक्त समाप्त होता लग रहा है और हमें वापसी का शुभ संकेत दिखाई दे रहा है। हमें महामारी के बाद पहली अंतरराष्ट्रीय पर्यटन व्यापार प्रदर्शनी की मेजबानी करते हुए बेहद खुशी हो रही है।”
तीन दिनों तक चलने वाले इस आयोजन में विभिन्न अंतरराष्ट्रीय पर्यटन बोर्ड, राष्ट्रीय और राज्य पर्यटन बोर्ड, होटल और रिसॉर्ट्स, एयरलाइन्स, डेस्टिनेशन प्रबंधन कंपनियाँ (डीएमसी), एमआईसीई, वेडिंग प्लानर और फिल्म निर्माताओं सहित सभी खुले डेस्टिनेशन एक स्थान पर एकत्र होंगे। उद्घाघाटन सत्र में उपस्थित होने वाले उच्च पदाधिकारियों में विभिन्न सरकारों के पर्यटन मंत्री, उच्चायुक्त, महावाणिज्यदूत (कॉन्सुल जनरल), सचिव और विविध पर्यटन बोर्ड के प्रमुख शामिल हैं।
मालदीव्स टूरिज्म महज कुछ ही महीनों के बाद मुंबई में लौट रहा है। यह भारतीय बाज़ार के प्रति उनकी वचनबद्धता की दोबारा पुष्टि करता है और वे इस प्रदर्शनी के सहयोगी देश (पार्टनर कंट्री) होंगे। अज़रबैजान टूरिज्म बोर्ड और नेपाल टूरिज्म बोर्ड भी ओटीएम मुंबई 2022 के सहयोगी देशों के रूप में भाग ले रहे हैं। कतर टूरिज्म, कोरिया टूरिज्म आर्गेनाईजेशन, सिंगापुर टूरिज्म बोर्ड और फिलीपींस टूरिज्म डिपार्टमेंट इस आयोजन के फीचर देश हैं जो उभरते पर्यटन व्यापार के साथ नेटवर्क करने के लिए अपने-अपने पर्यटन आपूर्तियाँ, एयरलाइन्स और होटल सहयोगियों को साथ लेकर आयेंगे।
विजिट ब्रुसेल्स, विजिट उटा और सेशेल्स भी इस आयोजन में प्रदर्शित किये जायेंगे। ग्रीस, दुबई, फ्रांस, मैडागास्कर, रूस, श्रीलंका, स्विट्ज़रलैंड, थाईलैंड, यूनाइटेड किंगडम एवं अन्य देशों के विभिन्न अंतरराष्ट्रीय डीएमसी, होटल, टूर ऑपरेटर आदि भी इस आयोजन में भाग लेंगे
ओटीएम 2022 के दौरान भारत के भीतर पर्यटन को फिर से ज़िंदा करने के लिए बड़े पैमाने पर विभिन्न राज्यों के राज्य पर्यटन बोर्ड की भी भागीदारी होगी। भागीदारी करने वालों में गोवा, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, कर्नाटक, केरल, लद्दाख, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान, ओडिशा, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड राज्यों के पर्यटन बोर्ड सम्मिलित हैं। अंडमान और निकोबार, आंध्र प्रदेश, असम, झारखण्ड, मणिपुर, पंजाब, सिक्किम, पश्चिम बंगाल, दिल्ली, हरियाणा, पुडुच्चेरी और तेलंगाना जैसे अन्य गंतव्यों की प्रतिनिधित्व उनके सम्बंधित निजी हितधारक करेंगे।
इस आयोजन को ‘इनक्रेडिबल भारत’ (अतुल्य भारत) और पर्यटन मंत्रालय का सहयोग प्राप्त है। निजी हितधारकों के साथ इनके भी पांडाल (पवेलियन) होंगे जहाँ आज़ादी का अमृत महोत्सव, एक भारत श्रेष्ठ भारत, देखो अपना देश आदि जैसी विभिन्न पहलों को प्रदर्शित किया जाएगा।
ओटीएम फोरम, जो कि एक नॉलेज-शेयरिंग प्लेटफॉर्म है, भारत और एशिया के सबसे प्रभावशाली पर्यटन लीडर्स को एक मंच पर एकत्रित करेगा। पैनल चर्चा, मास्टर क्लासेज, और कार्यशालाओं का आयोजन होगा जिनका संचालन उद्योग के सर्वोच्च अधिकारियों और सी-सुइट अधिकारियों द्वारा किया जाएगा। इनमें अमेडियस, Booking.com, पेपल, ट्विटर, हिल्टन, बीसीडी एवं अनेक अन्य कंपनियों सहित 100 से अधिक टॉप ब्रांड्स शामिल हैं।
ओटीएम की सामान्य थीम है ‘यात्रा एवं पर्यटन अर्थव्यवस्था का पुनरारम्भ, पुनर्निर्माण और कायाकल्प’। आयोजन के दौरान महामारी के बाद ग्राहक की यात्रा प्राथमिकताएँ पूरी करने के लिए अनुकूलन एवं नवाचार, महामारी-पश्चात बाज़ार की रिकवरी में विदेशगामी भारत (इंडिया-आउटबाउंड) का महत्व, कोविड-पश्चात लग्जरी, आतिथ्य (होटल कारोबार) को परिभाषित करने वाली शीर्ष प्रवृत्तियाँ, एमआईसीई उद्योग का भविष्य, महिला-केन्द्रित यात्राओं में वृद्धि : सुरक्षा, रोजगार और अवसर; न्यू नार्मल में पर्यटन ब्लॉगिंग आदि जैसे दिलचस्प विषयों पर पैनल चर्चाएँ होंगी।
ओटीएम के आयोजकों के अनुसार, “वर्ष 2025 तक 29 मिलियन बहिर्गामी यात्राओं (आउटबाउंड ट्रिप्स) की संभावना के साथ भारतीय बाज़ार महामारी के बाद के दौर में ख़ास तौर पर आकर्षक है, जब ‘जीरो-कोविड’ की रणनीति से सम्बंधित प्रतिबंधों के कारण चीन जैसे कई परम्परागत बाज़ार पहुँच से दूर होंगे। भारत में महामारी की समाप्ति पहले ही दिखने लगी है और इसके चलते घरेलू बाज़ार में महत्वपूर्ण पुनरुत्थान हो रहा है जबकि अंतरराष्ट्रीय यात्रा को 2022 के अंतिम महीनों में ही वापसी करने की संभवना है।”
भारतीय यात्रा बाज़ार अपने महत्वपूर्ण मोड़ पर है और विश्व में सबसे तेज वृद्धिशील बाज़ारों में से एक है। एक्स्पेडिया की रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2025 तक भारत से 13.9 मिलियन प्रस्थान की उम्मीद है। फलस्वरूप 19.4 मिलियन भारतीय आगंतुक विदेशों में पहुंचेंगे, जिनमें टियर-II और टियर-III शहरों के लोगों की ज्यादा संख्या होगी। बहिर्गामी यात्राओं में व्यावसायिक यात्रा का अनुपात 26% है और इस प्रकार भारत विश्व स्तर पर व्यावसायिक यात्रा के सबसे बड़े बाज़ारों में से एक है। रिपोर्ट्स के अनुसार, भारतीय विदेशगामी पर्यटन बाज़ार को वर्ष 2024 तक 42 बिलियन यूएस डॉलर और 2025 के आते-आते 45 बिलियन यूएस डॉलर से अधिक होने का अनुमान है।