मुंबई [ अमन न्यूज नेटवर्क ] संसदीय राजभाषा समिति की आलेख एवं साक्ष्य उप-समिति द्वारा विज्ञान भवन, नई दिल्ली में पंजाब नैशनल बैंक के संयोजन में स्थापित देश की प्रतिष्ठित नराकासों में से एक दिल्ली बैंक नराकास के अध्यक्ष तथा इसके दिल्ली स्थित 5 सदस्य कार्यालयों (यूनियन बैंक ऑफ़ इंडिया-क्षेत्रीय कार्यालय, बैंक ऑफ़ महाराष्ट्र-आंचलिक कार्यालय, सेन्ट्रल बैंक ऑफ़ इंडिया-क्षेत्रीय कार्यालय, यूको बैंक-अंचल कार्यालय और भारतीय स्टेट बैंक-प्रशासनिक कार्यालय-1) के साथ विचार-विमर्श कार्यक्रम का आयोजन किया गया |
दिल्ली बैंक नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति के संयोजक कार्यालय के रूप में इस निरीक्षण का कार्यभार पंजाब नैशनल बैंक को सौंपा गया, जिसे पंजाब नैशनल बैंक द्वारा सफलतापूर्वक पूर्ण किया गया। इस विचार-विमर्श कार्यक्रम में अध्यक्षीय प्रश्नावली तथा उक्त पाँचों सदस्य कार्यालयों की निरीक्षण प्रश्नावली की विभिन्न मदों पर चर्चा की गई। निरीक्षण के दौरान माननीय समिति द्वारा दिल्ली बैंक नराकास के मंच से राजभाषा के उत्थान में किए जा रहे कार्यों की सराहना की गई।
समिति के अध्यक्ष महोदय श्री भर्तृहरि महताब द्वारा विस्तारपूर्वक सदस्य कार्यालयों से उनके कार्यालयों में राजभाषा के प्रयोग के संबंध में चर्चा की गई तथा सूचित किया कि समिति राष्ट्रपति को 11 वां प्रतिवेदन प्रस्तुत करने वाली है, जिसमें सभी से राजभाषा कार्यान्वयन के लिए व्यावहारिक सुझाव देने के लिए कहा गया | समिति के माननीय सदस्य श्री राम चन्द्र जांगड़ा ने राजभाषा के पदों के सृजन पर, उन पर राजभाषा अधिकारियों की नियुक्ति तथा हिन्दी के प्रशिक्षण पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता बताई | दिल्ली बैंक नराकास के अध्यक्ष महोदय श्री समीर वाजपेयी, मुख्य महाप्रबंधक, अंचल कार्यालय दिल्ली ने समिति के माननीय सदस्यों को आश्वस्त किया कि माननीय समिति द्वारा दिए गए सभी दिशा-निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित किया जाएगा। दिल्ली बैंक नराकास की सदस्य सचिव श्रीमति मनीषा शर्मा ने पीपीटी के माध्यम से नराकास द्वारा हिन्दी के प्रयोग को बढ़ाने हेतु किए जा रहे नवोन्मेषी कार्यों से समिति को अवगत कराया | इस विचार विमर्श कार्यक्रम में समिति के माननीय अध्यक्ष के अलावा समिति के सदस्यगण श्री राम चन्द्र जांगड़ा, प्रो. रीता बहुगुणा जोशी, श्री चिराग पासवान, श्री प्रदीप टम्टा, डॉ. मनोज राजोरिया आदि के साथ गृह मंत्रालय, उत्तरी क्षेत्रीय कार्यान्वयन कार्यालय दिल्ली-1 से श्री कुमार पाल शर्मा, उप निदेशक भी उपस्थित थे।