



ठाणे [ युनिस खान ] व्यक्तित्व विकास व्यक्ति का समग्र विकास है और इसमें शारीरिक व मानसिक शक्ति महत्वपूर्ण है। उप क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी वी एन शिंदे ने कहा कि व्यक्तित्व विकास में नेतृत्व गुण, अखंडता और भाईचारा सबसे महत्वपूर्ण कारक है। प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए अध्ययन कर रहे छात्रों को व्यक्तित्व विकास पर विशेष जोर देना चाहिए।इस आशय का उद्गार मनपा के चिंतामणराव देशमुख प्रशासनिक प्रशिक्षण संस्थान द्वारा आयोजित विशेष व्याख्यान में बोल रहे थे।
ठाणे मनपा आयुक्त डा विपिन शर्मा के निर्देशानुसार, ठाणे में केंद्रीय लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की परीक्षाओं में बैठने वाले छात्रों के लिए “व्यक्तित्व विकास” विषय पर ठाणे के उप क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी वी एन शिंदे द्वारा एक विशेष व्याख्यान दिया गया। इस अवसर पर बोलते हुए, उप क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी वीएन शिंदे ने कहा कि हम युद्ध के दौरान छत्रपति शिवाजी महाराज द्वारा लागू की गई विभिन्न युक्तियों, दृष्टिकोण , दूरदर्शिता और सकारात्मकता पर ध्यान केंद्रित करके अपने व्यक्तित्व का विकास कर सकते हैं। छत्रपति शिवाजी महाराज के विजन को अमल में लाकर हम बड़ी सफलता हासिल कर सकते हैं और अपने व्यक्तित्व का अच्छे से विकास कर सकते हैं।
उप क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी शिंदे नांदेड़ जिले के मूल निवासी, एक विपुल वक्ता, अध्यात्मवादी, योग चिकित्सक और सबसे अधिक बिकने वाली पुस्तक प्रवास स्वप्नपुर्ति के लेखक हैं। शिरडी में महात्मा जोतिबा फुले शिक्षक परिषद द्वारा आयोजित एक समारोह में उन्हें प्रबोधन रत्न पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया है। वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक (अपराध जांच) अनिल देशमुख और नौपाड़ा थाने के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक संजय धूमल ने भी छात्रों से बातचीत की और कार्यक्रम का मार्गदर्शन किया।
अतिरिक्त आयुक्त (1) संदीप मालवी, उपायुक्त मनीष जोशी और ठाणे मनपा के निदेशक महादेव जगताप के मार्गदर्शन में चिंतामनराव देशमुख प्रशासनिक प्रशिक्षण संस्थान के अधिकारियों व कर्मचारियों ने इस विशेष व्याख्यान के सफल संचालन के लिए कड़ी मेहनत की है।