मुंबई [ अमन न्यूज नेटवर्क ] अमृता विश्वविद्यापीठम ने हाल ही में,भारत और अफ़्रीका के शैक्षणिक,शोध व स्वास्थ्य-सेवाओं के संबंधों को मज़बूत बनाने के लिए,अमृता-अफ़्रीका सहकार्यता-सम्मलेन,२०२२ का आयोजन किया। इसमें भारत-सरकार के विदेश-राज्यमंत्री,श्री वी.मुरलीधरन और १८ अफ़्रीक़ी देशों के राजदूतों उपस्थित थे।
इस सम्मलेन का केन्द्रबिन्दु था,अफ़्रीका के विशिष्ट प्रतिनिधियों के सम्मुख शिक्षा,शोधकार्य व स्वास्थ्य-सेवाओं के क्षेत्र में सहकार्यता के अवसर खोजने की दिशा में अमृता द्वारा सम्भावित सहकार्य के प्रस्तावों का प्रदर्शन और साथ ही पूर्वस्नातक,स्नातक एवं डॉक्टरेट कार्यक्रमों में प्रवेश व छात्रवृत्तियों पर विशेष बल देना। इनके साथ ही,सस्टेनेबल डेवलपमेंट,सोशल-साइंसेज़,इंजीनियरिंग,मैनेजमेंट आदि के क्षेत्रों में पी.एच.डी के कार्यक्रम भी प्रस्तवित किये गए। यहाँ होनहार छात्रों के लिए,१०० पूर्ण रूप से वित्त-पोषित E4 Life PhD सीटों और सरकारी अधिकारियों के लिए विशेष PhD कार्यक्रमों की ओर भी ध्यान आकर्षित किया गया।
भारत सरकार के विदेश-राज्य-मंत्री,श्री वी.मुरलीधरन ने कहा, “मुझे इस अवसर पर उपस्थित होने पर बहुत हर्ष हो रहा है। अमृता विश्वविद्यापीठम और इसकी कुलाधिपति,श्री माता अमृतानन्दमयी देवी,अम्मा को मैं,इस अमृता-अफ़्रीका सहकार्यता सम्मलेन के लिए बधाई देता हूँ। इतने बड़े राजनयिक समुदाय को भाग लेते देख,मुझे बहुत ख़ुशी हो रही है। भारत को अपने उच्च-शैक्षिक-संस्थानों पर गर्व है और कई देश तो अपने देश में IIT खोलने की राह देख रहे हैं! अफ़्रीकी देशों के कई उपराष्ट्रपति तो भारत में शिक्षित हैं और हज़ारों डॉक्टर व अध्यापक भारत से प्रशिक्षण पा कर गए हैं।”