मुंबई [ अमन न्यूज नेटवर्क ] भारत की प्रमुख ऑटो-टेक कंपनी कारदेखो ने एक विशेष फिनटेक प्लेटफॉर्म रुपी को पेश किया है। यह ऑटोमोबाइल के ग्राहकों और खुदरा व्यापारियों को फाइनेंसिंग के विकल्पों की एक बिलकुल नई दुनिया देता है। रुपी से ग्राहक आवेदन करके अपनी ऑटो फाइनेंसिंग से जुड़ी सभी जरूरतों के लिये तुरंत मंजूरी ले सकेंगे। कारदेखो फाइनेंशियल सर्विसेज के व्यवसाय में बदलाव होगा और इसका अपने नये ब्राण्ड ‘रुपी’ के अंतर्गत विलय हो जाएगा।
रुपी एक संपूर्ण डिजिटल प्लेटफॉर्म है, जिसे लोन के पूरे सफर को बहुत आसान और सुविधाजनक बनाने और केवल कुछ ही मिनटों का तेज टर्नअराउंड टाइम सुनिश्चित करने के लिये डिजाइन किया गया है। इसमें कार डीलर/ वित्तीय वितरक के साथ एक डिजिटल क्यूआर-कोड पर आधारित यात्रा होती है। उपभोक्ता इस क्यू-आर कोड के माध्यम से अपनी सहायता खुद करने की यात्रा शुरू कर सकते हैं, जिसमें वीडियो-केवाईसी, ई-एनएसीएच और ई-एग्रीमेंट होता है, ताकि बिक्री के समय कुछ ही मिनटों में लोन स्वीकृत हो सके। उपभोक्ता rupyy.com पर भी यह सफर शुरू कर सकते हैं। रुपी के स्क्रीन के पीछे एक मालिकाना मल्टी-लेंडर लोन ओरिजिनेशन सिस्टम होता है, जो ऑटो लोन के परितंत्र में सभी भागीदार बैंकों और एनबीएफसी के साथ गहराई से जुड़ा है।
रुपी के सह-संस्थापक एवं सीईओ नमित जैन ने कहा, “रुपी उपभोक्ता-वित्त का भविष्य है, जो टेक्नोलॉजी के माध्यम से ऋण देने के लिये ‘उपभोक्ता को प्राथमिकता’ देने का दृष्टिकोण लेकर आता है। ऑटो फाइनेंस पारंपरिक रूप से ग्राहक अनुभव के मामले में सबसे धीमी गति वाली श्रेणियों में से एक रहा है। कई लंबी और भौतिक प्रक्रियाओं के कारण लोन पाने का औसत टर्नअराउंड टाइम 4-5 दिन से भी ज्यादा हो जाता है। यह प्रक्रियाएं न केवल ग्राहकों को असुविधा देती हैं, बल्कि ऑटो रिटेलर्स की कार्यगत पूंजी के चक्र को भी प्रभावित करती हैं। रुपी का आधार हमारे द्वारा बीते समय में सीखी गई बातें हैं और यह लीड जनरेशन से लेकर लोन के वितरण और टाइटल ट्रांसफर तक एक आधुनिक संपूर्ण डिजिटल अनुभव प्रदान करता है। भविष्य में हम और भी कैटेगरीज लाना और ऐसे वित्तीय उत्पादों का सह-निर्माण करना चाहते हैं, जो भारत में ऑटोमोबाइल का मालिक बनने के लिये नये जमाने के तरीके की पेशकश करें। हम अगले 3-5 वर्षों में इस सेगमेंट के बाजार में 35-40% हिस्सेदारी पाने की आकांक्षा रखते हैं।”
यूज्ड कार फाइनेंस उद्योग ने वित्त वर्ष 2022 में मजबूत वापसी की है। संगठित फाइनेंसियर्स द्वारा कुल 29,000 करोड़ रुपये से ज्यादा के लोन वितरित किये गये, जो वर्ष-दर-वर्ष 60% वृद्धि दर्शाते हैं। भारत में यूज्ड कारों के लिये फाइनेंस की पहुँच 18% है, जो नई कारों के लिये 75% से बहुत कम है। कारदेखो का मानना है कि यह उद्योग वित्त वर्ष 2027 तक 10 बिलियन डॉलर के आंकड़े तक पहुँचकर 20% की वार्षिक दर से वृद्धि कर सकता है।
कारदेखो फाइनेंशियल सर्विसेज बिजनेस ने मार्च 2022 में यूज्ड कारों के लिये वित्त के वितरण में 400 करोड़ रुपये की मासिक दर अर्जित की है और वार्षिक आधार पर 5000 करोड़ रुपये की दर से लोन का वितरण किया है। कारदेखो फाइनेंशियल सर्विसेज बिजनेस ने देशभर में 80 से ज्यादा केन्द्रों तक 1750 से अधिक चैनल पार्टनर्स के साथ अपने वितरण का विस्तार किया है।
गिरनारसॉफ्ट के सह-संस्थापक एवं सीईओ अमित जैन ने कहा, “गिरनार में हमें विभिन्न उपभोक्ता श्रेणियों में बाजार के दिग्गज खिलाड़ियों को बढ़ावा देने पर गर्व है। मैं रुपी के लॉन्च से उत्साहित हूँ। यह ऑटोमोबाइल उपभोक्ताओं और रिटेलरों की फाइनेंसिंग से जुड़ी सभी जरूरतों के लिये भारत की पसंदीदा और सबसे बड़ी भरोसेमंद जगह बनने की हमारी आकांक्षाओं की दिशा में एक लंबी छलांग लगाने में हमारी सहायता करेगा।”