



मुंबई [ अमन न्यूज नेटवर्क ] अहमदाबाद(गुजरात) के क्रिकेट स्टेडियम का नाम प्रारंभ में सरदार पटेल स्टेडियम रखा गया था। बाद में स्टेडियम का नाम बदल कर राज्य सरकार द्वारा नरेंद्र मोदी स्टेडियम रख दिया गया।यह चापलूसी की पराकाष्ठा है,और अखंड भारत के निर्माता लौह पुरुष का अपमान है,इसे तुरंत बदल कर सरदार पटेल का नाम दिया जाना चाहिये,यह मांग महाराष्ट्र कुर्मी (पटेल, कुणबी,मराठा,पाटीदार) समाज के अध्यक्ष डॉ बाबूलाल सिंह पटेल ने गुजरात एवम केंद्र सरकार से किया है।
गौरतलब है कि सरकार के इस नापाक करतूत की प्रतिक्रिया पूरे देश में हो रही है। सरदार पटेल के जन्म स्थान करमसद से अतुल पटेल और मिथिलेश अमीन के नेतृत्व में नौजवानों की एक टीम ने इस संदर्भ में गुजरात कांग्रेस के अध्यक्ष जगदीश भाई ठाकोर एवम वरिष्ठ कांग्रेस नेता दीपक भाई बाबरिया से मुलाकात की तथा निवेदन किया की स्टेडियम को सरदार पटेल का नाम दिलाने के आंदोलन को कांग्रेस पार्टी गंभीरता से ले और जनजागरण में सहयोग करे।
इस संदर्भ में “सरदार सन्मान संकल्प आंदोलन समिति,गुजरात का गठन किया गया है। इस समिति का घोष वाक्य है ” सरदार का कर्ज चुकाना है, सन्मान वापस दिलाना है” ! गुजरात के विभिन्न जिलों से युवा समाजसेवी अतुल पटेल,मिथिलेश अमीन,नरेंद्र पटेल,धनजी पाटीदार, उत्पल पटेल, भरत पटेल,दीपक सिंह वीरपुर, दक्षेस पटेल, नीरव पटेल, भाविन पटेल ने अपने अपने जिलों में घोष वाक्य ” सरदार का कर्ज चुकाना है, सन्मान वापस दिलाना है”के साथ जनजागरण रैली,प्रदर्शन,आंदोलन शुरू कर दिया है।
अब इस आंदोलन को देश व्यापी बनाने में महाराष्ट्र से डा बाबूलाल सिंह पटेल,अविनाश काकडे,सुबोध कुमार, उत्तर प्रदेश से निशि भूषण सिंह, रामनिवास वर्मा, एड शीतला सिंह, बिहार से राजीव पटेल,चंद्रभूषण पटेल,राजस्थान से भूरा लाल गुज्जर,हंसराज गुज्जर,मध्यप्रदेश से देवेंद्र सिंह,महेंद्र लोधी,उड़ीसा से बिपिन महतो, झारखंड से संजय कुमार ने योगदान
देना शुरू कर दिया है।
इन सभी समाजसेवियों के अनुसार देश को एकता अखंडता के सूत्र में पिरोने वाले,५६२ रियासतों को देश में विलिन कर देश को अखंड भारत बनाने वाले महानायक के साथ वर्तमान केन्द्र और गुजरात राज्य का अदूरदर्शिता पूर्ण रवैया बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।महापुरुषों के साथ अविवेक पूर्ण रवैया और देश का इतिहास बदलने की साजिश पूर्ण नहीं होने देंगे,और यह लड़ाई देश भर में लड़ी जायेगी।