




ठाणे [ युनिस खान ] छह साल पहले मनपा की आईटीएस (इंटेलिजेंट ट्रांसपोर्ट मैनेजमेंट सिस्टम) परियोजना के तहत मनपा परिवहन सेवा टीएमटी में अत्याधुनिक तकनीक प्रदान करने वाली थी। इस योजना में करीब 2 करोड़ 56 लाख रूपये का घोटाला सामने आया। इस भ्रष्टाचार के मामले में मनसे के जनहित व कानून विभाग के शहर अध्यक्ष स्वप्निल महिंद्रकर ने घोटाले में शामिल अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
ठाणे में स्मार्ट सिटी योजना के तहत शुरू इंटेलिजेंट ट्रांसपोर्ट मैनेजमेंट सिस्टम पिछले कई सालों से बंद है। आखिर इस योजना को मनपा ही रोक रही है। इस परियोजना का काम छह साल पहले मनपा द्वारा केपीएमजी सलाहकार कंपनी को दिया गया था। लेकिन यह परियोजना पिछले छह वर्षों में कंपनी द्वारा पूरी नहीं की गई है और अधूरी स्थिति में है। महिंद्रकर ने अधिकारियों और ठेकेदारों पर प्रोजेक्ट में झूठा काम होने का दावा करके धोखाधड़ी करने की साजिश रचने का भी आरोप लगाया है।
इस बीच, परियोजना के हर चरण में भ्रष्टाचार के बावजूद मनपा अधिकारियों ने ठेकेदार के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है और केवल मनपा अधिकारी ही उसके समर्थन में काम कर रहे हैं। ठेकेदारों द्वारा परियोजना से 26 लाख एलसीडी टीवी चोरी होने का दावा करने के बावजूद मनपा के अधिकारियों ने टीवी की चोरी की समान्य जांच तक नहीं की। न ही ठेकेदार से पूछा गया है कि क्या टीवी चोरी का आरोप लगाते हुए औपचारिक पुलिस रिपोर्ट दर्ज की गई है।
महिन्द्रकर ने कहा है कि पिछले कुछ महीनों में इस परियोजना के घोटाले को मनपा आयुक्त के पास भी रखा गया है, लेकिन कोई ठोस पहल नहीं की गयी है। इस भ्रष्टाचार को लेकर पुलिस को पत्र लिखा जा चुका है और पुलिस इस जांच के सिलसिले में अधिकारियों को जवाब दर्ज करने की प्रक्रिया में है। लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं होने के कारण मनपा पालिका द्वारा भ्रष्टाचार के कारण यह परियोजना बंद अवस्था में है।