पुणे [ युनिस खान ] सरकार पत्रकारों की समस्याओं के समाधान में सकारात्मक भूमिका निभाएगी और उनकी समस्याओं के समाधान पर तत्काल ध्यान देगी। राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने इस आशय की घोषणा मराठी पत्रकार परिषद के 43 वें द्विवार्षिक राष्ट्रीय सम्मेलन में की है।
वे पिंपरी चिंचवाड़ के थेरगांव स्थित स्वर्गीय शंकरराव गावडे ऑडिटोरियम में आयोजित मराठी प्रेस कांफ्रेंस के 43वें द्विवार्षिक राष्ट्रीय सम्मेलन में बोल रहे थे। सांसद श्रीरंग बरने, विधायक महेश लांडगे, नगर आयुक्त शेखर सिंह, जिलाधिकारी डॉ. राजेश देशमुख, पुलिस आयुक्त अंकुश शिंदे, परिषद के मुख्य ट्रस्टी एस एम देशमुख, किरण नाईक, परिषद के अध्यक्ष शरद पाबले, मिलिंद अष्टीकर, विनोद जगदाले, अरुण कांबले , सुनील लोनकर, बाबासाहेब ढसाल व अन्य मौजूद थे।
मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा, सरकार और पत्रकार दोनों समाज के लिए काम करते हैं। कोविड काल में सरकार, जन प्रतिनिधियों और पत्रकारों ने मिलकर संकट का सामना किया। रिपोर्टिंग करते समय पत्रकारों को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। पत्रकार समाचार पाते समय परिवार की उपेक्षा करते हैं। पत्रकारों की समस्याओं के समाधान के लिए जल्द ही बैठक बुलाई जाएगी और शीघ्र ही एक्रीडिएशन कमेटी का गठन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मराठी पत्रकार परिषद के सत्र के लिए 25 लाख रुपये दिए जाएंगे।
प्रदेश को आगे ले जाने के लिए विकास पत्रकारिता जरूरी
मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि पत्रकार सकारात्मक सोच के साथ काम कर रहे हैं। लोकतंत्र को मजबूत करने में पत्रकार अहम भूमिका निभाते हैं। वे लगातार समाज के मुद्दों को उठाते हैं, एक परंपरा जो स्वतंत्रता-पूर्व काल में दर्पणकारों से जारी है। विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में पत्रकार कठिन परिस्थितियों में अपना कर्तव्य निभाते हैं। स्वतंत्रता के अमृत जयंती वर्ष में प्रदेश को आगे ले जाने में पत्रकारिता की महत्वपूर्ण भूमिका रही है और आगे भी रहेगी।