मुंबई [ अमन न्यूज नेटवर्क ] मालदीव्स और मॉरिशस में मजबूत पकड़ के साथ-साथ भारत में बढ़ती मौजूदगी वाली निर्माण एवं निर्माण सामग्री का उत्पादन करने वाली कंपनी रेनाटस प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड ने मालदीव्स की सरकार से अददु अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे द्वारा संचालित गैन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के इंफ्रास्ट्रक्चर को विस्तार देने और उसे अपग्रेड करने के लिए 29 मिलियन अमेरिकी डॉलर का अनुबंध हासिल किया है।
एक्ज़िम बैंक of इंडिया द्वारा वित्तपोषित प्रोजेक्ट में कंट्रोल टावर, फायर स्टेशन के निर्माण साथ-साथ मौजूदा टर्मिनल, अप्र्किंग, सड़कें, ड्यूटी-फ्री दुकानें और रेस्टोरेंट को नई सुविधाओं से लैस करना शालिम है। इस प्रोजेक्ट के इस महीने शुरू होने की उम्मीद है और 2025 तक इसे पूरा कर लिया जाएगा। इस संबंध में, अददु अंतर्राष्ट्रीय एअरपोर्ट कंपनी के प्रबंध निदेशक श्री गईस नसीर और मालदीव्स में रेनाटस प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड के अध्यक्ष श्री सेल्वासुन्दरम पूसप्पन द्वारा हाल ही में मालदीव्स में भारत के उच्चायुक्त श्री मुनु महावर और मालदीव्स सरकार के कई मंत्रियों की मौजूदगी में एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए गए।
एक महत्वकांक्षी विस्तार योजना की शुरुआत करते हुए निर्माण से लेकर फैब्रिकेशन करने वाली इस बहुराष्ट्रीय कंपनी ने 2030 तक अपनी वृद्धि को वर्तमान (वित्तीय वर्ष 2022-23) में लगभग ₹ 800 करोड़ से बढ़ाकर ₹ 3500 करोड़ तक बढ़ाने का लक्ष्य रखा है। यह समूह मालदीव्स में पहले से ही सरकार द्वारा वित्तपोषित – दो सामाजिक आवास परियोजनाओं और – खुद की दो आवासीय परियोजनाओं सहित चार इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स से जुड़ा हुआ है, जिनमें कुलमिलाकर 600 से अधिक आवासीय इकाइयों का निर्माण किया जाना है। कंपनी ने भारत के तमिलनाडू में बहुत से प्रतिष्ठित निर्माण परियोजनाओं को पूरा किया है। यह राज्य में ऑटोक्लेव्ड एरेटेड कंक्रीट (एएसी) ब्लॉक्स (रेनाकॉन ब्रांड नाम के तहत बेचे जाने वाले), पैनल, एडहेसिव का निर्माण करने के लिए तीन संयंत्रों का संचालन करती है। कंपनी की देश भर में सात अतिरिक्त निर्माण इकाइयां स्थापित करने की योजना है।
रेनाटस ग्रुप की विस्तार योजनाओं के बारे में बात करते हुए इसके अध्यक्ष श्री सेल्वासुन्दरम पूसप्पन ने कहा, “हम इस उद्योग में दो दशकों से अधिक समय से मौजूद हैं और हमने सभी निर्माण आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए समाधान प्रदान करने की क्षमता का सावधानी के साथ विकास किया है”। मूल्य-संचालित संगठन होने के नाते हम मजबूती के साथ प्रौद्योगिकी का उपयोग करते हैं और ‘एकीकृत परियोजना वितरण’ के लिए प्रतिबद्ध हैं। मालदीव्स और मॉरिशस में हमारी मजबूत पकड़ है और हम भारत में भी निर्माण उद्योग में एक अग्रणी बनने की महत्वकांक्षा रखते हैं। पूरे भारत और विदेश में अपनी विस्तार योजनाओं और इंफ्रास्ट्रक्चर और आवासीय परियोजनाओं के साथ, हमारा समूह 2030 तक ₹ 3500 करोड़ तक का टर्नओवर अर्जित करने की ओर अग्रसर है। श्रम आधारित उद्योग में होने के कारण, हम उम्मीद करते हैं कि हम तब तक 30,000 से 40,000 लोगों के लिए रोजगार के अवसर पैदा कर पाएंगे।”
गैन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से जुड़ी परियोजना के बारे में बताते हुए, प्रबंध निदेशक, श्री मनोज पूसप्पन ने कहा, “मालदीव सरकार से इस प्रतिष्ठित अनुबंध को हासिल करना उस भरोसे को दर्शाता है, जिसे हमने उन बाजारों में कायम किया है, जहां स्थिरता, लाभ और हितधारक मूल्य की बात आने पर हम एक दृढ निश्चय के साथ एक शानदार ट्रैक रिकॉर्ड बनाने के लिए काम करते हैं। यह परियोजना पर्यटन को नई उंचाइयों पर ले जाएगी और इस प्रकार मालदीव के दक्षिणी क्षेत्र की अर्थव्यवस्था और व्यापार और वहां रहने वालों को फायदा पहुंचाएगी। जब हम ऐसे विदेशी प्रोजेक्ट्स हासिल करते हैं, तो इसका भारत पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ता है, जहां से हम अपनी निर्माण इकाइयों से प्रमुख निर्माण सामग्री लेते हैं।”
रेनाटस ग्रुप ने अपने शानदार इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स से मालदीव्स और मॉरिशस के निर्माण क्षेत्र में एक अमित छाप छोड़ी है। इसके कुछ प्रमुख परियोजनाओं में शामिल हैं: रेनाटस इतहा मूइय, 73 लक्ज़री अपार्टमेंट का विकास (13.55 मिलियन अमेरिकी डॉलर), आईजीएमएच, मालदीव्स के माले गणराज्य, आईएमएफएफ – मालदीव्स विश्वविद्यालय और मॉरिशस के पोर्ट लुइस में नए सर्वोच्च न्यायालय भवन का सौन्दर्यकरण (24.94 मिलियन अमेरिकी डॉलर), हुल्हुमाले में 600 समाजिक आवासीय इकाइयों (2बीएचके) वाली न्यूकास्ट आवासीय परियोजना (28.90 मिलियन अमेरिकी डॉलर) आदि।
तमिलनाडु में रेनाटस ने कई अवंत-गर्दे परियोजनाओं का निर्माण किया है, जैसे मेदावक्कम ग्रेड सेपरेटर (₹ 98.08 करोड़), पेरुन्गालाथुर रोड ओवर ब्रिज (₹ 155.00 करोड़), तिरुपुर के न्यू तिरुपुर मेडिकल कॉलेज के लिए आवास और अस्पताल (₹ 175 करोड़), कराईकल के जेआईपीएमईआर में आवासीय और शैक्षिक परिसर का विकास (₹ 171 करोड़), एसएच-09 कड्डालोर – मदापट्टू सेक्शन का नवीनीकरण (₹ 231 करोड़), थंजवुर की ग्रैंड एनिकट कैनाल में सिंचाई से संबंधित बुनियादी ढांचा (₹ 222 करोड़)।