ठाणे [ युनिस खान ] मौजूदा भागदौड़ भरी जिंदगी में समय की कमी के चलते मजदूर वर्ग ऑनलाइन खाना ऑर्डर कर रहा है। ज्ञानदेव बहुउद्देश्यीय संस्थान के अध्यक्ष अनिल भांगले ने सड़कों पर रहने वाले भूखे लोगों को भोजन देने के उद्देश्य से “वाई बाइट्स” ऐप लॉन्च किया है, जबकि ऑनलाइन खाना ऑर्डर करने वालों को मानसिक शांति मिल रही है। इस ऐप के जरिए फूड मूवमेंट शुरू किया जाएगा। इस ऐप का अनावरण राकांपा नेता व विधायक डा जितेंद्र आव्हाड हाथो व भाजपा विधायक संजय केलकर की उपस्थिति में किया गया था।
अनिल भांगले कई वर्षों से ज्ञानदेव बहुउद्देश्यीय संगठन के माध्यम से सामाजिक कार्य कर रहे हैं। इस संस्था का मुख्य उद्देश्य “भूखे पेट के लिए दो खुराक” है। उस नजरिए से अनिल भंगल रोजाना 200 लोगों को भोजन करा रहे हैं। इस योजना को व्यापक बनाने और आम नागरिकों की इस योजना में भागीदारी बढ़ाने के लिए उन्होंने अपने साथियों के साथ वाई बाइट्स नाम का एक ऐप शुरू किया है। ठाणे के 100 होटलों ने इस ऐप से जुड़ने का फैसला किया है। एक व्यक्ति द्वारा एप के माध्यम से खाने की फरमाइश करने के बाद किसी भूखे को भी खाना दिया जाएगा। वही जानकारी संबंधित आदेशकर्ता को भी दी जाएगी।
गुरुवार को ठाणे में रेमंड कंपनी हॉल में ऐप का अनावरण किया गया। इस अवसर पर डा आव्हाड ने कहा कि वैसे तो वर्तमान में कई ऐप हैं, लेकिन यह पहला ऑनलाइन फूड डिलीवरी ऐप है जो सामाजिक उद्देश्य के साथ काम करता है। दिलचस्प बात यह है कि ठाणे में एक सामाजिक कार्यकर्ता द्वारा शुरू किए गए इस योजना को बढ़ाने की जिम्मेदारी हम सभी की है। विधायक केलकर ने कहा कि ये ऐप भूखे लोगों को खाना देगा। इसीलिए उन्होंने लोगों से इस ऐप को अपने फोन में लेने और गरीबों को खाना खिलाने का आग्रह किया।
इस बीच, भांगले ने कहा कि भूखों के पेट के लिए दो खुराक की अवधारणा के साथ शुरू किया गया यह एप खाली हाथों में किताब और बीमार व्यक्ति को दवा की अवधारणा पर काम करेगा और इसका उद्देश्य शिक्षा और मुफ्त चिकित्सा प्रदान करना है।