मुंबई [ अमन न्यूज नेटवर्क ] विश्व-स्तरीय एयरोस्पेस और रक्षा कंपनी, इजराइल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज (आईएआई) ने नई दिल्ली में अपनी भारतीय सब्सिडिएरी एयरोस्पेस सर्विसेज इंडिया (एएसआई) को खोला है। एएसआई का उद्घाटन भारत सरकार के ‘आत्मनिर्भर भारत’ – मेक इन इंडिया के नजरिये के लिए आईएआई के समर्थन को दर्शाता है। यह भारतीय सैन्य बलों के लिए आधुनिक प्रणालियों के विकास और सहयोग में आईएआई और डीआरडीओ के बीच मजबूत साझेदारी को लेकर अपनी प्रतिबद्धता भी दर्शाता है।
एएसआई भारतीय रुपये में व्यापार करती है। यह मध्यम दूरी के जमीन से हवा में मर करने वाले समस्त मिसाइल यानी मीडियम रेंज सरफेस-टू-एयर मिसाइल (एमआरएसएएम्) प्रणाली के लिए एकमात्र प्राधिकृत ओईएम की तकनीकी प्रतिनिधि है। एमआरएसएएम एक उन्नत और अभिनव वायु एवं मिसाइल रक्षा प्रणाली है जो अनेक एरियल प्लैटफॉर्म्स के विरुद्ध सबसे बेहतर सुरक्षा प्रदान करती है। भारतीय थल सेना, वायु सेना और जल सेना द्वारा इसका प्रयोग किया जाता है। इस प्रणाली में एक उन्नत चरणबद्ध एरे रडार, कमांड और कंट्रोल, मोबाइल लॉन्चर और एडवांस्ड आरएफ सीकर के साथ इंटरसेप्टर्स शामिल हैं। एमआरएसएएम को भारतीय सैन्य बलों के लिए आईएआई और डीआरडीओ द्वारा संयुक्त रूप से विकसित किया गया है।
आईएआई के प्रेसिडेंट और सीईओ, बोआज़ लेवी ने कहा : “एएसआई की स्थापना भारत के साथ हमारी साझेदारी में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि दर्शाती है। हम देश की रक्षा क्षमताओं में योगदान करने के साथ-साथ स्थानीय प्रतिभा एवं विशेषज्ञता को प्रोत्साहित करके सम्मानित महसूस कर रहे हैं। साथ ही, एयरोस्पेस और रक्षा के क्षेत्रों में आत्म-निर्भरता एवं तकनीकी प्रगति की दिशा में भारत के प्रयासों में योगदान करना हमारे लिए खुशी की बात है।”