ठाणे [ युनिस खान ] आज के समय में कोई व्यक्ति दर्द से कराह रहा हो तो पड़ोसी भी नहीं देखते ऐसे में मुंब्रा की एक सामाजिक कार्यकर्ता मर्जिया शानू पठान ने सड़क पर दर्द से जूझ रही गर्भवती महिला को बिना उसकी पहचान के उठाया और अस्पताल में भर्ती कराया। इसके बाद महिला ने एक बच्चे की जन्म दिया। मार्जिया के इस कार्य के लिए उसकी सराहना हो रही है।
मुंब्रा में रहने वाली गर्भवती महिला रोशनी काले किसी काम से मित्तल रोड इलाके में आई थी। लेकिन अचानक उसे प्रसव पीड़ा शुरू हो गई। तेज दर्द के कारण रोशनी सड़क पर गिर पड़ी। हालांकि आसपास कोई भी मदद के लिए नहीं पहुंचा। उसी समय अमृतनगर स्थित अपने कार्यालय में बैठी मर्जिया शानू पठान को यह जानकारी मिली। वह बिना एक पल की भी देरी किए सीधे मित्तल रोड पहुंच गयी। वहां पहुंचकर मर्जिया पठान ने सबसे पहले रोशनी का हौसला बढ़ाया और उसे गाड़ी में उठाने की कोशिश की। हालांकि, दर्द के कारण रोशनी कार में नहीं बैठ पा रही थी, इसलिए एक रिक्शा रोका गया और रोशनी को कौसा अस्पताल में भर्ती कराया। जहाँ डॉक्टरों रोशनी की डिलीवरी कराई गई। रोशनी को पुत्र रत्न प्राप्त हुआ और लड़की के पिता कस्तूर के अनुरोध पर मार्जिया ने लड़के का नाम शिव रखा।
इस बीच सिर पर तेज़ धूप होने के कारण थोड़ी भी देर होने पर गर्भवती महिला और उसके बच्चे की जान जा सकती थी। डॉक्टरों का कहना है कि मर्जिया पठान की पहल की वजह से ही रोशनी और उसके बेटे की जान बच सकी।