ठाणे [ युनिस खान ] कोरोना संक्रमण की बीमारी में भारी जोखिम लेकर शासकीय यंत्रणा अपना कर्तव्य निभा रहा है। कर्मचारियों की सुरक्षा और उसके बाद परिवार के भविष्य के लिए राज्य सरकार अत्यंत गंभीर है। सेवाकाल में मृत कर्मचारियों के परिवार के साथ सरकार मजबूती से खड़ी है उन्हें हर संभव सहायता की जायेगी। इस आशय का आश्वासन राज्य के नगर विकास व जिले के पालकमंत्री एकनाथ शिंदे दिया है।
शहापुर के तलाठी नितिन यशवंतराव के ड्यूटी पर रहते कोरोना से उनकी मृत्यु हो गयी थी। शासकीय कर्मचारियों के लिए लागू 50 लाख रूपये के बीमा की राशि मंजूर हुई थी। आज पालकमंत्री शिंदे की ओर से जिलाधिकारी राजेश नार्वेकर ने नितिन यशवंतराव की पत्नी आरती यशवंतराव व लड़के आर्या व आराध्या को 50 लाख रूपये की सहायता राशि का चेक दिया। पालकमंत्री शिंदे ने कार्यक्रम में आनलाईन शामिल हुए। विधायक दौलत दरोडा भी आनलाईन कार्यक्रम में शामिल थे। इस मौके पर अपर जिलाधिकारी वैदेही रानडे , निवासी उप जिलाधिकारी डा शिवाजी पाटील ,भिवंडी प्रान्त अधिकारी मोहन नलदकर ,शहापुर तहसीलदार नीलिमा सूर्यवंशी आदि उपस्थित थी। कोविड बीमा सुरक्षा मिलने का राज्य के राजस्व विभाग का यह पहला प्रकरण है। जिले में अबतक राजस्व विभाग के तीन कर्मचारियों का कोरोना से सेवाकाल में मृत्यु हुई है। इसी तरह सार्वजनिक निर्माण विभाग में वाहन चालक आत्माराम आलिमकर को सहायता राशि मंजूर हुई है। सिपाही गोपाल आगीवले का प्रस्ताव मंजूरी के लिए शासन के पास भेजा गया है। इस मौके पर जिलाधिकारी नार्वेकर ने कहा कि कोरोना काल में शासकीय यंत्रणा के कार्यों की जानकारी दिया। उन्होंने बताया कि स्वर्गीय नितिन यशवंतराव [41] तलाठी सजा शहापुर में 2018 से कार्यरत थे। ठाणे जिले के ग्रामीण ग्रामीण इलाके में प्रथम कोविड केयर सेंटर शहापुर के शिवाजीराव जोंधले नालेज सिटी आसनगाँव में बनाया गया। तालुका के मुख्यालय के तलाठी के नाते सेंटर बनाने के कार्य में उन्होंने बड़ी जिम्मेदारी निभाया। उसके बाद शहापुर कोविड सेंटर में सभी सुविधा के समन्वय कीदरी उनके ऊपर ही थी लेकिन दुर्भायवश कोरोना होने से 11 अगस्त को उनकी मृत्यु हो गयी। उनके पीछे पत्नी आरती ,व दो छोटे बच्चे हैं। उनके परिवार को पूरी सहायता जिला प्रशासन करेगा ऐसा विश्वास जिलाधिकारी ने व्यक्त किया है।