ठाणे [ युनिस खान ] घोडबंदर इलाके की सैकड़ों झोपड़ों का 12 वर्षों के बाद मनपा ने सेवा शुल्क वसूलने का निर्णय लिया है। इससे सैकड़ों परिवारों को न्याय मिलने का मार्ग खुल गया है। नगर सेवक मनोहर डुंबरे ने मनपा के निर्णय का स्वागत करते हुए ख़ुशी व्यक्त किया है।
उन्होंने बताया है कि प्रभाग क्रमांक 2 के अंतर्गत आने वाले घोडबंदर रोड के डोंगरी पाडा , पातली पाडा ,किंगकांग नगर आदि इलाके में 2012 में करीब 7 हजार जनसँख्या थी। पहले इस इलाके की चाल का अनधिकृत निर्माण के रूप में मनपा संपत्ति कर वसूल करती थी। वर्ष 2008 से मनपा ने अचानक संपत्ति कर वसूलना बंद कर दिया था। इसके बावजूद मनपा इस इलाके में जलापूर्ति कर रही थी। नागरिक कर का भुगतान करने के लिए तैयार थे लेकिन मनपा ने कर लेने से इंकार र रही थी। इस मुद्दे को नगर सेवक डुंबरे ने 2012 मनपा का ध्यान आकृष्ट कराने के लिए मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा था कि उक्त इलाके न मनपा जलापूर्ति के साथ नागरिक सुविधाएँ मुहैया करा रही है। 16 जुलाई 2012 को उन्होंने तत्कालीन मनपा आयुक्त को पत्र दिया था जिस पर मनपा प्रशासन ने निर्णय नहीं लिया था। इसके बावजूद नगर सेवक डुंबरे ने प्रयास शुरू रखा। कर वसूल नहीं करने से मनपा को राजस्व हानि होने की बात से मनपा अधिकारीयों को अवगत कराया। अन्तः मनपा प्रशासन ने संपत्ति कर की बजाय सेवा शुल्क वसूल करने का निर्णय लिया है। बुधवार 20 जनवरी से उक्त इलाके के निवासियों से उनके घर का सेवा शुल्क के रूप में कर वसूल किया जायेगा। स्थानीय नगर सेवक डुंबरे ने मनपा के निर्णय का स्वागत करते हुए कहा है कि इससे नागरिकों को उनका अधिकार मिलने का मार्ग खुल गया है। नागरिकों को सुविधाएं व घरों का अधिकार मिलने के साथ ही मनपा को राजस्व प्राप्त होगा।