ठाणे [ युनिस खान ] जिले के ग्रामीण इलाके की ईंटभट्ठियों के स्थानांतरित गर्भवती महिलाऐं , स्तनपान कराने वाली महिलाएं , युवतियों व शून्य से छः आयु वर्ग के बच्चों बच्चों को आरोग्य परिक्षण कराया गया है। जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डा भाउसाहेब दांगडे के निर्देश जिला परिषद् के महिला व बाल विकास विभाग की ओर एकात्मिक बाल विकास क्षेत्र न आरोग्य जांच शिबिर आयोजित कर अबतक 4399 स्थानान्त्रितों की जांच की गयी है।
ठाणे जिले के ग्रामीण , आदिवासी इलाके की ईंट भट्ठी पर काम करने के लिए जिले व बगल के जिले के अनेक आदिवासी परिवार स्थानांरित होते हैं। इन परिवारों में गर्भवती महिलाएं ,स्तनपान कराने वाली महिलाएं किशोर आयु की लडकियां व शून्य से छः आयु वर्ग के बच्चों का बड़ी संख्या में समावेश होता है। इन घटकों को आँगनवाडी सेवा के तहत पूरक पोषक आहार ,टीकाकरण , वृद्धि की देखरेख आदि सेवाओं को प्रमुखता दी जाती है। इसके अलावा लाभार्थियों की आरोग्य जांच की जाती है। कोविड 19 के मद्देनजर आरोग्य जांच अत्यंत महत्वपूर्ण होने के चलते गट स्तर पर बाल विकास प्रकल्प अधिकारी व तहसील आरोग्य अधिकारी के समन्वय से ईंट भट्टी स्तर पर आरोग्य जांच शिबिर का आयोजन कर जिले के ईंट भट्टी के लाभार्थियों की जांच की जाती है। हाल ही में जिलापरिषद की अध्यक्षा सुषमा लोने , महिला बाल कल्याण समिति सभापति रत्नप्रभा तारमाले ने आरोग्य जांच शिबिर को भेट देकर लाभार्थियों से संवाद स्थापित किया था। इन आरोग्य शिबिर में अबतक 281 गर्भवती महिला , 324 स्तनपान कराने वाली माताएं , 448 किशोरी लड़कियों व शून्य से छः आयुवर्ग के 3346 बच्चों की आरोग्य जांच किए जाने की जानकारी महिला व बाल विकास विभाग के सूचना जिला कार्यक्रम अधिकारी संतोष भोसले ने दी है।
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