ठाणे [ युनिस खान ] मुंब्रा की एम एस प्राईम क्रिटिकेयर अस्पताल में तडके आग लगने से आयसीयु में भर्ती 6 मरीजों में 4 मरीजों की मृत्यु हो गयी है। घटना के बाद मौके का दौराकर नगर विकास मंत्री एकनाथ शिंदे ने जांच का आदेश देते हुए मृतकों के परिजनों को पांच पांच लाख रूपये व घयलों को एक लाख रूपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा किया है। आग लगने के समय अस्पताल 20 मरीज भर्ती थे जिन्हें दुसरे अस्पताल में स्थानांतरित करा दिया गया है। मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार की रात 3 बजकर 40 मिनट पर मुंब्रा शिमला पार्क की प्राईम क्रिटिकेयर अस्पताल में आग लग गयी। अस्पताल में आग लगते ही उसमें भर्ती 20 मरीजों में आयसीयु में भर्ती 6 मरीजों को बिलाल अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया जबकि अन्य मरीजों को छुट्टी दे दी गयी। आयसीयु के 6 मरीजों को स्थानांतरित करने के बाद 4 मरीजों की मृत्यु हो गयी है। मनपा आपदा प्रबंधन कक्ष अधिकारी संतोष कदम ने बताया है कि यास्मीन सैयद [ 46 ] , नवाब शेख [ 47 ] , हलीमा सलमानी [70 ] व हरीश सोनावने [ 57 ] की मृत्यु हो गयी है। उन्होंने स्पष्ट किया है कि किसी की झुलसने से नहीं बल्कि स्थानांतरित करने बाद मृत्यु हुई है।
मुंब्रा की अस्पताल में आग लगने से 4 मरीजों की मृत्यु , 16 मरीजों की जान बची
मृतकों के परिजनों को पांच लाख व घायलों को एक लाख रूपये की आर्थिक सहायता की घोषणा
घटना के बाद स्थानीय विधायक व राज्य के गृहनिर्माण मत्री डा जितेन्द्र आव्हाड ने कुछ ही समय में मौके पर पहुँचकर मृतकों के परिजनों को सांत्वना देते हुए जांच का भरोसा दिलाया। इसके बाद नगर विकास मंत्री व जिले के पालकमंत्री एकनाथ शिंदे , मनपा आयुक्त डा विपिन शर्मा ने मौके पर पहुंचकर आग की घटना का निरिक्षण किया। अस्पताल में शार्टसर्किट से आग लगने का प्राथमिक आशंका व्यक्त की जा रही है। पालकमंत्री शिंदे ने सरकार की ओर से मृतकों के परिजनों को पांच लाख रूपये व घायलों को 1 लाख रूपये आर्थिक सहायता देने की घोषणा किया है। गृहनिर्माण मंत्री आव्हाड ने आग लगने के असली कारणों का पता लगाने के लिए मनपा अधिकारी , पुलिस व डाक्टरों की संयुक्त समिति से जांच कराने का आश्वासन दिया है।
राज्य में अस्पतालों में आग लगने की घटनाएं पीछा नहीं छोड़ रही हैं। बुधवार 21 अप्रैल को नासिक मनपा अस्पताल के आक्सीजन टैंक से रिसाव के कारन आक्सीजन आपूर्ति बाधित होने से 24 कोरोना मरीजों की मृत्यु हो गयी थी। इसके पहले भंडारा जिले की जनरल अस्पताल के बर्न केयर यूनिट में शार्ट सर्किट से आग लगने 10 शुशुओं की मृत्यु हुई। 26 मार्च को मुंबई भांडुप के ड्रीम्स माल्स की चौथी मंजिल स्थित कोविड अस्पताल में आग लगने से10 मरीजों की मृत्यु हुई है। इसी तरह पालघर जिले के विरार की विजय बल्लभ निजी कोविड अस्पताल में गुरूवार की मध्य रात्री साढे तीन बजे कम्प्रेशर विस्फोट से आग लग गई। उस समय अस्पताल की आयसीयु में भर्ती 17 मरीजों में 5 महिलाओं समेत 13 मरीजों की मृत्यु हो गयी। अभी दो दिन पूर्व ठाणे वर्तक नगर की वेदांत अस्पताल में आक्सीजन के आभाव के चलते 4 मरीजों की मृत्यु होने की घटना ताज़ी है वहीँ आज मुंब्रा की अस्पताल में आग लगने की घटना सामने आई है। राज्य सरकार अस्पतालों के फायर सेफ्टी , आक्सीजन व विद्युत् सुरक्षा की जांच कराने का आदेश जारी किया है। अस्पतालों में आग लगने व आक्सीजन की समस्या से होने वाली मौतें सरकार का पीछा नहीं छोड़ रही हैं।