मुंबई , सीआरझेड २०१९ की नई अधिसूचना के अनुसार मुंबई की तर्ज पर ठाणे-पालघर सहित पूरे कोंकण बेल्ट में कोलीवाड़ा के सीमांकन द्वारा उनके पुनर्विकास का मार्ग प्रशस्त करने के लिए आवश्यक प्रक्रिया में तेजी लाने के निर्देश शहरी विकास मंत्री एकनाथ शिंदे और पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे के बीच हुए एक संयुक्त बैठक में मंगलवार को पर्यावरण विभाग को दिए गए. साथ ही कोंकण क्षेत्र में प्रस्तावित विभिन्न बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का रिकॉर्ड कोस्टल झोन मॅनेजमेंट प्लॅन (सीझेडएमपी) के नए नक्शे पर करने के लिए आवश्यक कदमों में तेजी लाने का भी निर्देश दिए गए.
सीआरझेड २०१९ की नई अधिसूचना के अनुसार, सीझेडएमपी के सुधारित नक्शे बनाने का काम अभी केंद्र सरकार के पर्यावरण विभाग के तहत नेशनल सेंटर फॉर सस्टेनेबल कोस्टल मैनेजमेंट (एनसीएससीएम) के माध्यम से चल रहा है. सीआरझेड नियमों के कारण कोंकण बेल्ट में कोलीवाड़ा का पुनर्विकास बाधित हो रहा है. इसलिए स्थानीय भूमिपुत्र पीड़ित हैं. साथ ही राज्य सरकार के माध्यम से विरार-अलीबाग मल्टीमॉडल कॉरिडोर, कोस्टल रोड, कोंकण एक्सप्रेसवे पर न्यू टाउन, पालघर विकास योजना, अलीबाग विकास योजना के साथ-साथ पर्यटन विभाग की कई परियोजनाए नियोजित है. पर्यावरण परमिट प्राप्त करना आसान बनाने के लिए उन्हें सुधारित नक्शो पर चिह्नित करना आवश्यक है. इसलिए, एनसीएससीएम के समन्वय में इस प्रक्रिया में तेजी लाने के निर्देश श्री. शिंदे और श्री. ठाकरे ने दिए.
बैठक में शहरी विकास विभाग के प्रधान सचिव भूषण गगराणी, पर्यावरण विभाग की प्रधान सचिव मनीषा म्हैसकर, साथ ही पर्यावरण विभाग और मुंबई नगर निगम के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे.