



मुंबई [ युनिस खान ] दसवीं बोर्ड की परीक्षा में 90 फीसदी अंक लेकर उत्तीर्ण होने वाले अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों को व्यावसायिक उच्च शिक्षा की पूर्व तैयारी के लिए 2 लाख रूपये का अनुदान दिया जायेगा। यह अनुदान डा बाबासाहेब आंबेडकर के नाम से बार्टी के माध्यम से देने का राज्य सरकार ने निर्णय लिया है। यह जानकारी राज्य के सामाजिक न्याय मंत्री धनंजय मुंडे ने देते हुए कहा है कि विद्यार्थियों के अविभावकों की वार्षिक आय ढाई लाख रूपये से कम होने पर ही इसका लाभ मिलेगा।
इस योजना के तहत अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों को दसवीं बोर्ड परीक्षा में 90 फीसदी अंक व उससे अधिक अंकों से उत्तीर्ण होना अनिवार्य है। ऐसे विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा की तैयारी के लिए 11 वीं व 12 वीं कक्षा दो वर्षों में एक एक लाख मिलकर दो लाख रूपये का अनुदान दिया जायेगा। अनुसूचित जाति के गरीब विद्यार्थियों को एमएच सीईटी , जीईई ,नीट जैसे व्यावसायिक अभ्यासक्रम की पूर्व तैयारी के लिए यह राशि मददगार साबित होने वाली है। विद्यार्थी व पालक संगठनों की मांग को देखते हुए सामाजिक न्याय मंत्री मुंडे ने योजना लागू करने का निर्देश दिया है। बार्टी के 30 वें नियामक मंडल की 21 जून को हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया है।