भिवंडी [ एम हुसेन ] भिवंडी मजदूर बहुल क्षेत्र है और यहां के मजदूरों की हालत बद से बदतर होती जा रही है जो चिंतनीय है । आर्थिक मंदी, कपड़ा व्यापार में मंदी, कारखाने बंद, कारखाने केवल एक शिफ्ट ही चल रहे हैं। निरंतर बेरोजगारी बढ़ने के कारण मजदूरों का बुरा हाल हो गया है। असंगठित कामगार कांग्रेस के भिवंडी शहर अध्यक्ष परवेज खान पीके ने केंद्र सरकार और महाराष्ट्र सरकार से मदद करने का अनुरोध किया है। उन्होंने कहा है कि कामगारों को मदद नहीं दी गई तो हालत बद से बदतर हो जाएंगे ।
उल्लेखनीय है कि भिवंडी शहर कभी कपड़ा उद्योग में एशिया का मैनचेस्टर माना जाता था , परंतु इन दिनों कई वर्षों से मंदी की मार झेल रहा है, उस पर कोविड-19 महामारी के दौरान सरकार द्वारा किए गए लॉकडाउन के तहत कारखाने बंद पड़ गए हैं, दूसरी तरफ कपड़ा व्यापार में भयंकर मंदी, तथा आर्थिक मंदी, और बेरोजगारी बढ़ती ही जा रही है। जिसके कारण पावर लूम में काम करने वाले मजदूर अपने एक एक वक्त की रोटी के लिए तरस रहे हैं l महाराष्ट्र सरकार से अनुरोध है कि मजदूरों के लिए राहत राशि की घोषणा कर उन्हें मदद की जाए। इस प्रकार की मांग को लेकर परवेज खान पीके के नेतृत्व में एक शिष्टमंडल ने भिवंडी प्रांत अधिकारी को ज्ञापन सौंपा है और प्रांत अधिकारी से अनुरोध किया है कि यह निवेदन अविलंब महाराष्ट्र सरकार को पहुंचाने की कृपा करें ताकि मजदूरों को जल्द से जल्द राहत राशि उपलब्ध कराई जासके l उक्त अवसर पर असंगठित काम गार कांग्रेस भिवंडी शहर अध्यक्ष परवेज खान पीके, महिला अध्यक्ष रेहाना अंसारी सिराज खान, शहजाद आलम, एखलाक खान. शफीक अंसारी, शरीफ अंसारी, आसिफ पठान, इरशाद अंसारी, हेलाल अंसारी उपस्थित थे ।