




ठाणे [ युनिस खान ] टोरेंट पावर लिमिटेड कंपनी शील कलवा मुंब्रा में महावितरण की फ्रेंचाइजी के रूप में काम कर रही है और वितरण फ्रेंचाइजी समझौते से बाध्य है। कुछ समूह व लोग कंपनी के कामकाज के खिलाफ निराधार व झूठे बयान देकर टीपीएल की छवि खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। उक्त समूह व लोग बिना किसी सबूत या तथ्यों के कंपनी के खिलाफ झूठे आरोप लगाते रहे हैं। कंपनी ने एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से कहा है कि ग्राहकों बिजिली उपलब्ध करने व बिल अदायगी नियमों के तहत की जा रही है और ग्राहकों की शिकायतों का समाधान किया जाता है।
मार्च -2020 में जब टोरेंट पावर लिमिटेड ने महावितरण से पदभार संभाला तब क्षेत्र में विद्युत नेटवर्क खराब स्थिति में था। हालांकि, टीपीएल द्वारा अधिग्रहण के बाद, प्रमुख अवधि कोविड -19 संबंधित लॉकडाउन में थी, टीपीएल ने तभी भी नए फीडर स्थापित करना, ट्रांसफॉर्मर ,केबल , मीटर में सुधार, ओवरहेड नेटवर्क को भूमिगत में परिवर्तित करना, ऐसे व्यवस्थित नेटवर्क सुधार पर काम करना जारी रखा। इससे न केवल बिजली की उपलब्धता बढ़ाने में मदद मिली है बल्कि शहर में विश्वसनीय और सुरक्षित विद्युत नेटवर्क भी उपलब्ध हो रहा है। यह नेटवर्क के उन्नयन में टीपीएल द्वारा 70 करोड़ रुपये से अधिक के पूंजी निवेश के कारण संभव हुआ है।
इसके अलावा, ग्राहकों की सुविधा के लिए, कंपनी द्वारा डीएफ क्षेत्र में 6 ग्राहक सेवा केंद्र पहले ही खोले जा चुके हैं। ये केंद्र वन स्टॉप शॉप के रूप में कार्य करते हैं और ग्राहकों को सभी आवश्यक सहायता प्रदान करते हैं। साथ ही ग्राहकों को 24X7 टोल फ्री हेल्प-लाइन (18002677099), ईमेल हेल्प-लाइन (connect.smk@torrentpower.com) , वेबसाइट, मोबाइल एप की पेशकश की गई है। इन विकल्पों के माध्यम से, ग्राहक अपने बिलों का भुगतान कर सकते हैं, शिकायत दर्ज कर सकते हैं, बिजली की खपत के रिकार्ड की जांच कर सकते हैं। विभिन्न क्षेत्रों में नए कनेक्शन शिविर आयोजित किए जा रहे हैं। ग्राहकों के पुराने, संचित बकाया (पीडी कनेक्शन के कारण) के लिए, महावितरण के समर्थन से ग्राहकों को एक विशेष ब्याज माफी , किस्त योजना प्रदान की गई है।
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि जहां मीटर रीडिंग टीपीएल द्वारा की जाती है, वहीं ग्राहक बिलिंग महावितरण द्वारा अपने सिस्टम में ही की जाती है। शिल कलवा मुंब्रा के ग्राहकों के लिए लागू टैरिफ वही है, जो पूरे महाराष्ट्र में महावितरण ग्राहकों पर लागू होता है। स्थापित किए जा रहे मीटर महावितरण / सीईआरसी विनिर्देशों के आधार पर, श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ मीटर हैं, और ग्राहकों के परिसर में स्थापित करने से पहले, सटीकता के लिए एनएबीएल प्रमाणित प्रयोगशाला में परीक्षण किए जाते हैं।
इसलिए, टीपीएल अनधिकृत बिजली कनेक्शन काट रहा है और इन बिजली चोरों पर केस दर्ज कर रहा है। विद्युत अधिनियम 2003 के प्रावधानों के अनुसार अपराधियों को दंड के अधीन किया जा रहा है। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि बिजली अधिनियम, 2003 के तहत बिजली चोरी एक दंडनीय अपराध है और धारा 126 और 135 के तहत मामला दर्ज किया जा सकता है, भारी जुर्माना और कारावास या दोनों का प्रावधान है।
इन सब सुधारों के चलते, जहाँ कंपनी द्वारा लगातार बिजली परिदृश्य में सुधार के लिए काम किया जा रहा है वाही कुछ समूह व लोग, अपने स्वार्थ के लिए, गलत प्रचार करके टीपीएल की छवि खराब करने की कोशिश कर रहे हैं।