ठाणे [ युनिस खान ] शहर में गटई कामगारों की समस्याओं के समाधान को लेकर हमने मनपा आयुक्त से बात की है। इस मुद्दे को सुलझाने के लिए अगले महीने एक बैठक आयोजित की जाएगी। इस आशय का आश्वासन सामाजिक न्याय राज्य मंत्री बच्चू कडू ने दिया है।
सामाजिक न्याय राज्य मंत्री बच्चा कडू एक समारोह के लिए ठाणे में आये हुए थे, इस दौरान गटई कामगार संगठन के अध्यक्ष राजाभाऊ चव्हाण के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मंडल ने उनसे मुलाकात की। तुरफेपाड़ा के आदिवासियों और झुग्गीवासियों के एक दल ने उनसे मुलकात कर अपनी समस्याओं से अवगत कराया। उसके बाद राज्यमंत्री बच्चू कडू ने यह आश्वासन दिया।
राज्यमंत्री बच्चू कडू ने कहा मैं संजीव जायसवाल के मनपा आयुक्त रहने के दौरान आया था। उस समय हमने ठाणे में विकलांगों के लिए स्टालों और घरों की समस्या का समाधान किया था। 25 से 30 प्रतिशत विकलांगों को होम स्टॉल आवंटित किए गए हैं। लेदर स्टॉल, पिच लाइसेंस व अन्य मुद्दों पर रास्ता निकालने के लिए पालकमंत्री एकनाथ शिंदे से चर्चा की जाएगी।
कंगना राणावत के बारे में उन्होंने कहा कि उसके बयान को देशद्रोही समझकर उसे इस देश से निर्वासित किया जाना चाहिए। जब तक कि वह अपनी नाक रगड़ कर माफी नहीं मांगती तब तक उन्हें देश में जगह नहीं दी जानी चाहिए। सभी राजनीतिक दलों को एक साथ आना चाहिए और स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान करने वाली कंगना के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। हालांकि, यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हमारे देश में राजनीतिक दल इस तरह से एक साथ नहीं आते हैं। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इस देश में ऐसे मुद्दों को अधिक महत्व दिया जा रहा है। यहां मंदिरों, मस्जिदों, कंगना पर चर्चा हो रही है। हालांकि, उन्होंने कहा कि यह अफ़सोस की बात है कि गरीबी, रोजगार, किसानों के मुद्दों और विकलांगता के मुद्दों पर कोई चर्चा नहीं होती है।
उन्होंने कहा कि त्रिपुरा की घटना का राज्य में असर पड़ा है, उन्होंने कहा कि इस देश में सबसे बुरी बात यह है कि अगर किसी राज्य में कुछ अच्छा होता है, तो उस पर लोगों ध्यान दिया जाता है। लेकिन कुछ बुरा हो गया उसकी प्रतिक्रिया पूरे देश में होती है यह इस देश का दुर्भाग्य है।