ठाणे [ युनिस खान ] जिले में ओमीक्रोन के खतरे को टालने के लिए टीकाकरण की गति तेज करने का निर्देश जिलाधिकारी राजेश नार्वेकर व जिप के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डा भाउसाहेब दांगडे ने संबंधित अधिकारीयों को दिया है। जिलाधिकारी नार्वेकर की अध्यक्षता में आज जिला कोरोना रोकथाम टीकाकरण कार्यबल की बैठक हुई। जिसमें ठाणे जिले के ग्रामीण इलाकों में टीकाकरण का प्रतिशत बढ़ाने पर चर्चा की गयी।
इस अवसर पर जिला परिषद स्वास्थ्य समिति की अध्यक्ष वंदना भांडे, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डा भाऊसाहेब डांगड़े, जिला सिविल सर्जन डा कैलास पवार, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा मनीष रेंगे आदि उपस्थित थे। टीकाकरण की दर बढ़ाने के लिए तालुका स्तर पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और कॉल सेंटर शुरू करने , कुछ तालुकों में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और ग्रामीण अस्पतालों में शाम के टीकाकरण सत्र आयोजित करने का निर्णय लिया गया। जबकि छात्रों के माध्यम से प्रभात फेरी के जरिये टीकाकरण की अपील की गई।
ठाणे जिले में 61 लाख 27 हजार 673 (83.44 फीसदी) नागरिकों ने 14 दिसंबर के अंत तक पहली खुराक ली है, जबकि दूसरी खुराक लेने वाले नागरिकों की संख्या 41 लाख 50 हजार 677 (56.52 फीसदी) है। उन्होंने कहा कि ठाणे जिले में राज्य के टीकाकरण की तुलना में पहली खुराक नहीं लेने वाले नागरिकों की संख्या सबसे अधिक है। ऐसे नागरिकों का टीकाकरण करने के लिए तत्काल कार्यवाही करने का जिलाधिकारी नार्वेकर ने निर्देश दिया है।
जिले के ग्रामीण इलाकों में करीब डेढ़ लाख नागरिकों ने दूसरी खुराक नहीं ली है। उनके टीकाकरण में तेजी लाने के लिए, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के साथ-साथ तालुका स्तर पर भी कॉल सेंटर स्थापित किए जाएंगे। ग्रामीण क्षेत्रों में स्कूल शुरू हो गए हैं ऐसे में शिक्षक को चाहिए कि वह विद्यार्थियों को उनके परिवार के सदस्यों के टीकाकरण के बारे में सूचित करे और बच्चों को माता-पिता से टीकाकरण के बारे में अपील करने के लिए मार्गदर्शन करे। जिलाधिकारी नार्वेकर ने यह भी कहा कि टीकाकरण में भागीदारी बढ़ाने के लिए जागरूकता पैदा करने के लिए छात्रों की प्रभात फेरी आयोजित किया जाए।
जिले में टीकाकरण में तेजी लाने के लिए प्रशासन प्रयासरत है। हालांकि, नागरिकों की प्रतिक्रिया बहुत कम है। कोरोना की रोकथाम के लिए टीकाकरण की आवश्यकता है और टीकाकरण पूरा करने के लिए प्रशासन के आह्वान का नागरिकों को जवाब देना चाहिए।कलेक्टर ने किया।जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा रेंघे ने बताया कि जिले के 65 गांवों में शत-प्रतिशत टीकाकरण किया जा चुका है।उन्होंने टीकाकरण की संख्या बढ़ाने के लिए प्रत्येक बुधवार को गर्भवती महिलाओं के लिए टीकाकरण सत्र आयोजित करने के भी निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने दापुरमल जैसे दूरदराज के क्षेत्रों में नागरिकों को टीकाकरण के प्रयासों के लिए जिला परिषद स्वास्थ्य दस्ते को बधाई दी। बैठक में जिला टीकाकरण अधिकारी डा अंजलि चौधरी, विश्व स्वास्थ्य संगठन, यूनिसेफ, तालुका स्वास्थ्य अधिकारी और नगर स्वास्थ्य अधिकारी के प्रतिनिधि उपस्थित थे।