भिवंडी [ युनिस खान ] देश आजादी का अमृत महोत्सव वर्ष मना रहा है वहीँ भूमीपूत्र आदिवासी समाज आज भी अपने मूलभूत अधिकारों से वंचित है। सरकार की कार्यप्रणाली पर गंभीर आरोप लगाते हुए शासन का ध्यान आकृष्ट कराने के लिए श्रमजीवी संघटना द्वारा भिवंडी उपविभागीय अधिकारी कार्यालय पर मोर्चा निकालकर अपनी मांगों का ज्ञापन दिया है। भिवंडी नदी नाका स्थित लोकमान्य तिलक घाट से निकाले गए विशाल मोर्चे में श्रमजीवी संघटना अध्यक्ष रामभाऊ वारणा, महासचिव बालाराम भोईर ,प्रदेश उपाध्यक्ष दत्तात्रय कोलेकर, जिलाध्यक्ष अशोक सापटे,जिला युवक अध्यक्ष प्रमोद पवार, तालुकाध्यक्ष सुनील लोणे के नेतृत्व में निकाले गए मोर्चे में भारी संख्या में स्त्री, पुरुष शामिल थे।
गौरतलब हो कि मूलभूत अधिकारों की मांगों को लेकर श्रमजीवी संघटना द्वारा विशाल मोर्चा निकाला गया। उपविभागीय अधिकारी बालासाहेब वाकचौरे को सौंपे गए ज्ञापन में प्रमुखतः इको सेनसिटीव्हीटी जोन रद्द करने सहित आदिवासी गरीबों को अंत्योदय योजना का लाभ,ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन से वंचित राशन कार्ड धारक को भी अनाज देने, वन हक जमीन के मामलों का जल्द निस्तारण, आदिवासी परिवार को जमीन देने,खेती की सरकारी जमीन को आदिवासी के नाम करने व आदिवासी पाड़ा में बिजली, पानी,सड़क की सुबिधा मुहैया कराए जाने जैसी अन्य मांगे शामिल हैं। विशाल मोर्चे की वजह से करीब 2 घण्टे तक शहर का ट्रैफिक जाम हो गया था जिसे सुचारू करने में पुलिसकर्मियों के पसीने छूट गए।