ठाणे [ युनिस खान ] स्वामी विवेकानंद ने अमेरिका जाकर दुनिया को पहली बार भारतीय आध्यात्मिकता की ऊंचाईयों से अवगत करवाया । ब्रह्म फ़ाउंडेशन के तत्वाधान मे राधिका क्रिएशन निर्मित स्वामी विवेकानन्द की जीवनी पर आधारित नाटक मंचन कार्यक्रम में राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने आज यहां कहा कि ऐसे प्रेरक व्यक्तित्व के जीवन पर आधारित नाटक आज की पीढ़ी को प्रेरित करेगा।
स्वामी विवेकानंद के जीवन पर हिंदी नाटक ‘मैं विवेकानंद’ का 150वें संस्करण का मंचन काशीनाथ घानेकर नाट्यगृह में ब्रह्मा फाउंडेशन – ठाणे व पीतांबरी की ओर से आयोजित किया गया। यह मंचन राज्यपाल कोश्यारी की गरिमामयी उपस्थिति मे हुआ। इस समय, एड. बी॰ एल॰ शर्मा, राधिका क्रिएशन की श्वेता शालिनी, संजय पेंडसे, निखिल मुंडले आदि मौजूद थे।
राज्यपाल कोश्यारी ने कहा कि समाज में छत्रपति शिवाजी महाराज और स्वामी विवेकानंद जैसे कई संत, महापुरुष पैदा हो रहे हैं। स्वामी विवेकानंद ने पहली बार दुनिया भर में भारत का धर्म ध्वज और विजय ध्वज फहराया। उनमें आत्मविश्वास और स्वाभिमान का संचार हुआ। स्वामीजी ने दुनिया को दिखाया कि भारतीय आध्यात्मिक ऊंचाई कितनी महान है। ऐसे तपस्वियों के बारे मेँ हमारे देश के बजाय विदेशो में बहुत कुछ लिखा गया है और उनकी भाषा मे व्यापक साहित्य उपलब्ध है ।
राज्यपाल कोश्यारी ने कहा वह तभी बड़ा होता है जब वह समाज के लिए, देश के लिए खुद को समर्पित कर देता है। इसलिए समाज में अच्छा काम करने वालों का सम्मान किया जाना चाहिए। इस अवसर पर ब्रह्मा फाउंडेशन ने वरिष्ठ पत्रकार मिलिंद बल्लाल, एड. सुभाष झा, ओमप्रकाश शर्मा, हसमुख गहलोत, संजय पेंडसे, डॉ. सुशील इंदौरिया, राजेंद्र दाधीच, संजय धूमल, पत्रकार अनिल शुक्ला, एड. ओमप्रकाश, परिहार, महेश जोशी, महेश बगड़ा, एड. तरुण शर्मा, अशोक पारिख, सतीश बांका और रवि तिवारी को राज्यपाल श्री कोश्यारी ने सम्मानित किया । ब्रह्मा फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री बी एल शर्मा ने सभी आगन्तुको को धन्यवाद ज्ञापित किया.